रायगढ़। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास केडिया ने कांग्रेस शासित शहर सरकार की उदासीनता और लचर रवैए को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि रायगढ़ शहर का दुर्भाग्य है कि ऐसी उदासीन और असहाय शहर सरकार के कार्यकाल को हमें देखना पड़ रहा है।
आगे भाजपा नेता श्री केडिया ने बीते एक हफ़्ते में शहर में डेंगू के चपेट में आकर असमय अपनी जान गंवाने वाले तीनों युवकों को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डेंगू के क्रूर डंक ने रायगढ़ के तीन होनहार बेटों को हमसे छीन लिया है जिसकी वजह से आज पूरा रायगढ़ शोकमय है और मै ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दे और उनके परिजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
आगे भाजपा नेता श्री केडिया ने शहर सरकार की कार्यशैली को डेंगू की भयावह स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक आज लगभग निगम क्षेत्र का हरेक वॉर्ड डेंगू की चपेट में है और रोजाना नए मामले तेजी से सामने आ रहे हैं साथ ही डेंगू के मद्देनजर पहले से संवेदनशील घोषित वार्डों में स्थिति और भी भयावह रूप लेते दिख रही है बावजूद इसके कांग्रेस शासित शहर सरकार डेंगू लार्वा के वृद्धि और प्रजनन को रोकने हेतु आवश्यक कदम उठाने में आज पर्यंत नाकाम रही है जो कि बेहद शर्मनाक बात है।
भाजपा नेता श्री केडिया ने शहर सरकार पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि डेंगू को लेकर शहर सरकार का रवैया वर्षा ऋतु की शुरूआत से सुस्त नजर आ रहा है जबकि कायदे से महीने भर पहले से डेंगू लार्वा नियंत्रण के लिए लगातार घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग करवाना जाना चाहिए था अगर ऐसा होता तो आज शहर अपने तीन बेटों को असमय नहीं खोता।
वही भाजपा नेता ने आगे यह भी कहा कि अभी भी शहर सरकार और जिला प्रशासन को चेत जाना चाहिए और शहर के सभी वार्डों में खासकर डेंगू की दृष्टि से अति संवेदनशील वार्डों में पहली प्राथमिकता में एंटी डेंगू लार्वा लिक्विड का छिड़काव सुनिश्चित करवाना चाहिए, साथ ही नियमित रूप से शहर के सभी वार्डों में फॉगिंग करवाते रहना चाहिए। वहीं भाजपा नेता ने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि डेंगू से होने वाली मौतों के लिए प्लेटलेट्स का अचानक से कम हो जाना मुख्य वजह है ऐसे में शहर के सरकारी व निजी हॉस्पिटल्स में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करना चाहिए ताकि आपात स्थिति में प्लेटलेट्स की कमी से किसी भी मरीज की जान न जाए।