26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर ‘निशान साहिब’ झंडा फहराने वाले जिस जुगराज सिंह को लेकर उनका परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा था, आज उनकी वह खुशी उदासी में बदलती नजर आ रही है। दरअसल, लाल किले पर झंडा फहराने वाले जुगराज सिंह के परिवार के सदस्य संभावित पुलिस कार्रवाई की डर से भयभीत दिख रहे हैं। जो परिवार पहले लाल किले के ऊपर खालसा झंडा फहराने को लेकर उत्साहित था, अब जुगराज की इस हरकत पर अफसोस कर रहा है। पुलिस की संभावित कार्रवाई का डर इस कदर है कि जुगराज के माता-पिता गांव छोड़कर भाग चुके हैं।
दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि तरण तारण स्थित वान तारा सिंह गांव के रहने वाले 23 साल के जुगराज ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर निशान साहिब का झंडा फहराया था। बता दें कि लाल किले की प्राचीर पर ठीक उस जगह पर निशान साहिब और किसान संगठनों के झंडे फहराए गए, जहां हर साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं।
इस बीच ऐसी खबर है कि झंडा फहराने वाले जुगराज के माता-पिता पुलिस और मीडिया का सामना करने के लिए उसके दादा-दादी को अकेला छोड़कर गांव से भाग गए हैं। मंगलवार को घटना के बाद जब जुगराज के दादा मेहल सिंह काफी उत्साहित थे, मगर बुधवार को उनका उत्साह डर में बदल गया। मंगलवार को जब उनसे पूछा गया कि पोते की इस हरकत से आपको कैसा लगा तो जुगराज के दादा ने कहा, ‘बड़ी कृपा है बाबे दी, बहुत सोहन है।’ मगर बुधवार को इसी सवाल पर उनका जवाब था, ‘हमें नहीं पता कि यह क्या हुआ या कैसे हुआ, वह (जुगराज) एक सभ्य लड़का है जिसने हमें शिकायत करने का कोई कारण नहीं दिया।’
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, गांव वालों ने कहा कि पुलिस ने जुगराज के घर पर कई बार रेड मारा है और हर बार खाली हाथ लौटी है। महल सिंह के घर में मौजूज एक ग्रामीण ने कहा कि लाल किले पर जब यह घटना घटी, तब उन्होंने टीवी पर उसे देखा। पड़ोसी का कहना है कि जुगराज एक मेहनती लड़का है।
गौरतलब है कि सोशलल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के जरिए जुगराज की पहचान सामने आई थी। इस वीडियो में जुगराज के रिश्तेतार ने ही उसकी शिनाख्त की थी। वीडियो में वह युवा कहता है, वान तारा सिंह गांव के जुगराज सिंह ने लाल किले पर खालसा का झंडा फहराया है। वीडियो में खुद को जुगराज का रिश्तेदार बताने वाला शख्स वीडियो में क्रमशः जुगराज के पिता और दादा बलदेव सिंह और महल सिंह के साथ-साथ उसकी दादी और मां का परिचय देता है।