रायगढ़। पिछले विधानसभा चुनाव में जनता कांगे्रस की तरफ से यंू तो विभाष सिंह ठाकुर का काफिला देखते ही बनता था और जिस तरीके का प्रचार-प्रसार विभाष ने किया था वह काबिले तारीफ रहा। जहां उन्होंने पूरे विधानसभा में डोर टू डोर करके भूचाल ला दिया। आज तक रायगढ़ विधानसभा में विभाष के अलावा किसी ने भी डोर टू डोर दस्तक नही दी। वो तो ऐन मौके पर विजय अग्रवाल का निर्दलीय लडना हुआ और सारे वोट समीकरण बदल गए वर्ना परिस्थितियां धीरे-धीरे विभाष सिंह के पक्ष में होते जा रहा था।
पूरे विधानसभा में किसी भी गांव में और शहर में सभी पोलिंग बूथों पर विभाष सिंह ठाकुर को वोट मिले वहीं एक गांव पिहरा ऐसा रहा जहां विभाष सिंह ठाकुर को 270 मत मिले तो रोशन अग्रवाल को 165, निर्दलीय विजय अग्रवाल को 150 और कांगे्रस प्रत्याशी प्रकाश शक्राजीत नायक को 147 वोट मिले थे। वही तमाम दिग्गजों को विभाष सिंह ठाकुर ने इस पोलिंग बूथ में धूल चटा दिया था और 270 मत लेकर सबसे आगे रहे। वहीं तीनों दिग्गजों के तमाम प्रयास के बाद भी इस किले को भेद नही पाये। ऐसी दशा में इस गांव में विभाष को ही विधायक माना जाता है।
विभाष सिंह ठाकुर के बारे में हमेशा कहा जाता है कि शांत पड़े पानी में पत्थर मारकर हलचल पैदा कर देते हैं। वहीं लैलूंगा के साथ-साथ रायगढ़ विधानसभा में भी अपनी उपस्थिति लगातार देकर भाजपा को चुनौती देने वाले विभाष की भूमिका भी बढ़ी हुई है जो प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के प्रियपात्र बने हुए हैं।
देखिये 2018 चुनाव में पिहरा गांव की स्थिति