रायगढ़। रायगढ़ जिला सुर, लय, ताल की नगरी तो है, साथ ही साहित्यिक गतिविधियों में भी अव्वल है। आये दिन विविध विषयों को लेकर कार्यक्रम होते रहते है इसे साहित्यिक गतिविधियों पर यहाँ के साहित्यकारों का गहरा लगाव ही कहा जायेगा। मगर इस वर्ष कोरोना महामारी ने शहर तथा जिले के कई ऐसे महापुरूषों को हमसे छीन लिया। जिनसे शहर तथा जिलेवासी प्रेरित होते रहें हैं। इसी समय रायगढ़ के पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी रामदास अग्रवाल का दु:खद निधन हो गया था। शहर में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और हर दु:ख-सुख में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष उनका सहयोग रहता था। उन्हीं की स्मृति में एक दिवसीय Óसाहित्य सम्मेलनÓ व नयी पीढ़ी की आवाज में प्रकाशित उनकी स्मृति अंक तथा पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम नंदेश्वर मन्दिर रोड कोष्टापारा के नंद बाग में Óछत्तीसगढ़ साहित्य परिवार व नयी पीढ़ी की आवाजÓ के तत्वावधान में आयोजित की गई है।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. विनय कुमार पाठक (शिक्षाविद, पूर्व अध्यक्ष, छ. ग.राजभाषा आयोग) और कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विनोद कुमार वर्मा (वरिष्ठ साहित्यकार), विशिष्ट अतिथि रायबरेली (उत्तरप्रदेश) से डॉ. रसिक किशोर सिंह ÓनीरजÓ, बिलासपुर से वरिष्ठ साहित्यकार केवल कृष्ण पाठक, डॉ. ब्रजेश सिंह की उपस्थिति रहेगी। पुस्तक विमोचन की कड़ी में रायगढ़ के युवा साहित्यकार आनन्द सिंघनपुरी की किताब Óदिल की आहटÓ व Óमैना के गउनाÓ का आमंत्रित अतिथियों के हाथों लोकार्पण होगा। उक्ताशय की जानकारी नयी पीढ़ी की आवाज परिवार से भानुप्रताप मिश्र, श्याम नारायण श्रीवास्तव, सनत व आनन्द सिंघनपुरी ने दी और बताया कि कार्यक्रम कल 30 जनवरी दोपहर 12 बजे से आयोजित है तथा कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मास्क लगाकर आने की अपील की है।
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