रायपुर। प्रदेश समेत रायपुर जिले में पिछले दो महीने से अधिक चली धान खरीदी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वहीं, धान बेच चुके किसानों को अब राशि का इंतजार है। हालांकि, किसानों के खाते में राशि लगातार ट्रांसफर की जा रही है। पिछले पंद्रह दिनों में धान बेच चुके किसानों की राशि भी जल्द जारी किया जाएगा। इसके लिए अभी कुछ समय तक इंतजार करना पड़ सकता है।
हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इसकी प्रक्रिया खत्म हो गई। राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया के लिए शासन को आंकडे भेज दिया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने एक बैठक के दौरान धान खरीदी बेहतर तरीके से पूरी होने पर अभार जताया। प्रदेश में 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है, बीते वर्ष 83.94 लाख मीट्रिक टन की खरीदी हुई थी। साथ ही जल्द राशि बैंक के माध्यम से किसानों के खाते में पहुंचने का आश्वासन भी दिया।
बैंकों का चक्कर नहीं लगाएं किसान
बैंक प्रभारियों सहित किसानों को कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के दिशा-निर्देशों का ध्यान रखने के साथ ही बैंकों का चक्कर लगाने के लिए मना किया है। जैसे ही शासन से राशि जारी होगी, उसे संबंधित किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। इसलिए बेवजह बैंक का चक्कर लगाने से बचना चाहिए। इसी तरह से धान खरीदी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब लंबी अवधि के फसलों की तैयारी में किसान जुट जाएं। चंद्राकर ने बताया कि समितियों के माध्यम से धन उपार्जन के लिए मार्कफेड से प्रदेश के सहकारी बैंकों को कुल लगभग 884 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है।
60 हजार क्विंटल अधिक हुई खरीदी
रायपुर जिले में 97.39 फीसद किसानों ने धान बेचा और यहां पांच लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है, जो पिछले वर्ष की अपेक्षा 60 हजार क्विंटल अधिक है। पिछली बार चार लाख 40 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीति के चलते छत्तीसगढ़ खेती-किसानी के मामले में देश का मॉडल राज्य बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। वहीं, कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स को 27 लाख 70 हजार 693 मीट्रिक टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है, जिसके विरुद्ध अब तक 25 लाख 45 हजार 512 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।