सूचना, संवाद और समन्वय के साथ काम करेगी सीमावर्ती जिलों की टीमें
रायगढ़। आगामी लोकसभा निर्वाचन के दौरान सीमावर्ती इलाकों में लॉ-एंड ऑर्डर व्यवस्था व अंतर्राज्यीय समन्वय को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिसा के 8 जिलों के कलेक्टर और एसपी की महत्वपूर्ण बैठक झारसुगुड़ा में आयोजित हुई। आईजी नॉर्दन रेंज संबलपुर, हिमांशु कुमार लाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट झारसुगुड़ा के सभाकक्ष में हुई बैठक में रायगढ़ से कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव व सहायक कलेक्टर युवराज मरमट शामिल हुए। रायगढ़ के अलावा सारंगढ़-बिलाईगढ़, जशपुर और ओडिसा के झारसुगुडा, बरगढ़, सुंदरगढ़, संबलपुर, पदमपुर जिलों के कलेक्टर-एसपी बैठक में उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने निर्वाचन के दौरान लॉ-ऑर्डर बनाए रखने को लेकर दोनों राज्यों के मध्य इंटेलिजेंस और सूचनाओं के आदान-प्रदान और रणनीतिक समन्वय पर जोर दिया। जिसमें प्रमुख रूप से ओडिशा और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांवों की सूची व यहां की जरूरी सूचनाएं दोनों राज्यों के मध्य आपस में साझा की जायेगी। अवैध हथियार एवं शराब परिवहन पर कार्यवाही हेतु सूचनाएं, असामाजिक तत्वों, उपद्रवियों, आदतन अपराधियों एवं निगरानी बदमाशों की सूची का आदान-प्रदान होगा। जिससे उन पर नजर रखी जा सके। अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों में निरुद्ध अपराधियों के लंबित एवं स्थायी वारंटों की जानकारी का आदान-प्रदान करना एवं वारंटों की तामील हेतु प्रयास करने को लेकर चर्चा की गई। पिछले चुनाव के दौरान अपराधों में शामिल अपराधियों की सूची भी साझा किए जाने को लेकर अधिकारियों के बीच समन्वय से काम करने को लेकर सहमति बनी।
कलेक्टर ने इंटर स्टेट मीटिंग में सीमावर्ती पुलिस स्टेशनों में निरंतर संचार के लिए छत्तीसगढ़ में ओडिशा राज्य के ऑपरेटर के साथ ओडिशा के सीमावर्ती पुलिस स्टेशन में और छत्तीसगढ़ राज्य के ऑपरेटर के साथ वायरलेस सेट रखे जाने पर भी बल दिया जिससे त्वरित रूप से सूचनाएं संबंधित अधिकारियों तक पहुंचे और कार्यवाही सुनिश्चित हो। चुनाव में शराब, ड्रग्स, कैश, वोटर को लुभाने के लिए बांटने वाले सामग्रियों के परिवहन की निगरानी के लिए इंटर बॉर्डर जांच चौकियां बनाने और उनमें समन्वय के साथ दोनों राज्यों की पुलिस टीम की तैनाती और संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल के लिए साझा रणनीति के साथ काम करने को लेकर दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच सहमति बनी। इसके साथ ही जो इंटर स्टेट बॉर्डर से आवागमन के प्रमुख और वैकल्पिक मार्ग के क्रॉस प्वाइंट की जानकारी साझा की जायेगी जिससे यहां कड़ी निगरानी की जा सके।
बैठक में कलेक्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ के.एल.चौहान, एसपी सारंगढ़-बिलाईगढ़ आशुतोष सिंह, कलेक्टर सुंदरगढ़ डॉ.गवली पराग हर्षद, कलेक्टर झारसुगुड़ा सुश्री अबोली सुनील नरवने, एसपी झारसुगुड़ा परमार स्मित परषोत्तम दास, एसपी संबलपुर मुकेश भामू, एसपी बरगढ़ प्रहलाद सहाय मीणा, एसडीएम सारंगढ़ वासु जैन, प्रोबेशनर आईएएस झारसुगुड़ा सुश्री सस्या रेड्डी, प्रोबेशनर आईएएस संबलपुर सुश्री ए.स्नेहा, एसडीएम जशपुर प्रदीप राठिया, एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा, एसडीओपी जशपुर विनोद कुमार, मास्टर ट्रेनर राजेश डेनियल बैठक में उपस्थित रहे।
प्राथमिकता में हो गोदामों की जांच
कलेक्टर श्री गोयल ने बैठक में निर्वाचन क्षेत्रों में गोदामों की जांच प्राथमिकता से करने की बात रखी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में गैर पंजीकृत गोदामों में मतदाताओं को लुभाने के लिए बांटने वाली सामग्रियों को जमा कर के रखने की घटनाएं सामने आती है। अत: पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर ऐसे गोदामों की जांच किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने साथ ही कहा कि बैंकिंग सेक्टर व ऑनलाईन डिलीवरी जैसे माध्यमों पर भी सतत् निगरानी आवश्यक है।
वाहनों के आवाजाही पर भी रखी जाए कड़ी नजर
कलेक्टर श्री गोयल ने सीमावर्ती इलाकों से गुजरने वाले भारी वाहनों के साथ छोटे वाहनों की भी कड़ी निगरानी की बात रखी। उन्होंने कहा कि इसमें सूचना तंत्र की भूमिका अहम है। क्योंकि कई बार वाहनों में छिपाकर धनराशि, आभूषण, मदिरा तथा बांटने वाली सामग्री का परिवहन किया जाता है। जिसे रोकने के लिए आपसी समन्वय अत्यंत महत्वपूर्ण है।