रायपुर। भिलाई के हथखोज स्थित कंपनियोंं से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से आधा दर्जन गांव प्रभावित है। साथ ही केमिकल युक्त पानी सीधे खारुन नदी में जाने से नदी का पानी भी गंदा हो रहा है।
भिलाई-चरोदा निगम के वार्ड तीन अकलोरडीह के ग्रामीणों ने नईदुनिया टीम को मौके पर ले जाकर गंदे नाले का निरीक्षण कराया। नाले का पानी बेहद काला था। नाले के आसपास केमिकल की बदबू उठ रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि हथखोज स्थित केमिकल फैक्ट्रियों का पानी इसी नाले में छोड़ दिया जाता है, जिसकी वजह से दर्जन भर गांव के खेत खराब हो रहे हैं।
इन गांवों से गुजरता है नाला
हथखोज के केमिकल फैक्ट्रियों से निकलकर नाला अकलोरडीह, सुरडूंग, जरवाय, दादर, पथरा, नंदौरी, कंडरका, लिमतरा तथा सूरजीडीह होते हुए खारुन नदी में मिलता है।
इन पर ज्यादा प्रभाव
केमिकल युक्त पानी से नाले के आसपास के खेत खराब हो रहे हैं। अकलोरडीह निवासी कुलेश्वर वर्मा ने बताया कि नाले के आसपास के खेत में फसल नहीं हो पाती। इस नाले का पानी इतना खतरनाक है कि इसके पीने से अब तक कई मवेशियों की मौत हो चुकी है।
अब तक 65 बोर फेल
नाले के केमिकल युक्त पानी की वजह से अकलोडीह तथा आसपास के गांव के 65 बोर फेल हो चुके हैं। इसकी शिकायत जिला प्रशासन से भी की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
हैंडपंप से आता है रसायनयुक्त पानी
जिन गांवों से यह नाला गुजरता है, वहां के हैंडपंप से केमिकल युक्त रसायनिक पानी आता है। इसकी वजह से लोगों ने हैंडपंप का पानी पीना छोड़ दिया है। ग्रामीण अजय सिंह ने बताया कि पीने के पानी के लिए पूरा गांव टैंकर पर निर्भर है।
अब तक कई शिकायत, पर कार्रवाई नहीं
ग्रामीण कुलेश्वर वर्मा के मुताबिक क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण मंडल दुर्ग में इसकी कई बार शिकायत की जा चुकी है, पर आज तक इसका कोई स्थायी हल नहीं निकला। न तो केमिकल फैक्ट्रियों पर नकेल कसी गई और न ही कोई कार्रवाई की गई।