कोरबा. कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल मे पोड़ी- उपरोड़ा ब्लॉक के जंगलों में हाथियों की मौजूदगी से आसपास की ग्रामीणों के मन दहशत बना हुआ है. जंगल से निकलकर हाथी खेतों मे लगाए गए धान की फसलों को चट करने के साथ रौंदकर नुकसान पहुंचा रहें है. ग्रामीण भी अपने फसलों को बचाने के लिए शोर मचाकर, सीटी बजाकर, पटाखे फोड़कर, पत्थर फेंक कर, हाथियों के नजदीक जाकर भगाने का प्रयास कर रहे हैं जिससे कि उनकी जान को भी खतरा साबित हो सकता है.
कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल मे 39 हाथियों का दल विचरण कर रहा है जो किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. अपने फसल की रक्षा के लिए ग्रामीण चिंतित हैं.पोड़ी खुर्द ग्राम पंचायत के खैरवार पारा का निवासी मोती राम पिता धनीराम खैरवार उम्र 30 वर्ष सुबह अपने फसल को हाथी से बचाने के चक्कर में अपना दायां पैर तुड़वा बैठा. हाथी को भगाने के दौरान जब एक हाथी पलट गया तो उससे बचने के लिए भागने के दौरान गिर पड़ा और पैर टूट गया. उसे इलाज के लिए कटघोरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.वहीं ग्रामीण राज कुमार प्रजापति रात्रि भोजन कर सो रहा था तभी उसके घर के सामने हाथी आ धमका. जानकारी मिलने के बाद भी वह हिम्मत नहीं हारते हुए पत्नी, बच्चे को घर के पीछे से किसी तरह निकाल कर पडोस में निवासरत कृष्णा रजक के घर में शरण ले कर जान बचाई.गौरतलब है कि शनिवार रात लगभग सवा ग्यारह बजे के आसपास झुंड से अलग हो कर एक दंतैल हाथी कोरबी, बजारपारा घनी आबादी क्षेत्र के मुख्य मार्ग में घुस गया था जिससे कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई थी. ग्रामीणों ने साहस का परिचय देते हुए हाथी को बस स्टेंड की ओर से जंगल की ओर खदेड़ा, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली.
आपको बता दें की पिछले एक सप्ताह से कटघोरा वन मंडल मे लगातार हाथियों का उत्पात जारी है.कोरबी सहित फुलसर, रोदे, बनिया, खडफडी पारा, सिटीपखना, सेमरहा, चोटिया, परला, लालपुर के अलावा दर्जनों गांवों के आसपास हाथी विचरण कर रहें है.हाथियों की चिंघाड़ से जंगल-खेत गूंज रहे हैं.