जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल में वन विभाग की निष्क्रियता के कारण हाथी और मानवव्दंद पर विराम नहीं लग पा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस आदिवासी बहुल जिले में हाथियों से जनहानि रोकने के लिए जागरुकता अभियान की विशेष योजना शुरू की है।वन विभाग की ग्रामीणों को जागरूक करने वाली ” गजरथ योजना ” केवल कुनकुरी क्षेत्र में सिमट कर रह जाने रविवार को बगीचा क्षेत्र में हाथियों के कुचल देने एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार बगीचा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत गुरमहाकोना के कदमबथान गांव में रविवार को शाम एक किसान को हाथी के कुचलने से दर्दनाक मौत हो गई.घटना की सूचना के आज बाद वन अमला मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गया है।
मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि गुरमहाकोना निवासी रमेश यादव कल दोपहर अपने खेत मे काम करने गया था। देर शाम तक जब घर नही लौटा तो घर वाले मृतक को ढूढने निकले तब उनको मृतक का शव देखकर घटना की जानकारी मिली।
यंहा ग्रामीणों ने बताया कि खेत मे काम करने के दौरान किसान का सामना हाथी से हो गया। और हाथी ने किसान को अपने सूंड से उठाकर पटक पटक कर मौत के घाट उतार दिया जिससे किसान की दर्दनाक मौत हो गई।
बगीचा वनपरिक्षेत्र के सुतरी, कालिया,कुटमा,बगीचा और गुरमहाकोना में पिछले एक सप्ताह से 27 हाथियों का दल विचरण कर रहा है इसके बावजुद वन विभाग हाथी के दल को जंगल की ओर खदेड़ने में नाकाम रहे हैं। हाथियों की गतिविधियों को लेकर ग्रामीणों को पूर्व सूचना नहीं मिल पाने से ही आज एक किसान की मौत हो गई।
रविवार को बगीचा नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 में 9 किसानों के खेत मे लगे धान को रौंदकर बर्बाद कर दिया था। किसान की मौत के बाद वन विभाग के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश देखा जा रहा है।
