रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को 12:30 प्रदेश का वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करना शुरू कर दिया है। वह अपने साथ जो कोसा का बना बजट का बैग लेकर पहुंचे हैं, उसमें लिखा है- गढ़बो नवा छत्तीसगढ़। इससे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट को अंतिम रूप दे दिया। बजट भाषण से पहले विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं सदन में अपनी सरकार का तीसरा बजट पेश कर रहा हूं। कोरोना के कारण राजस्व की कमी आई है। हमने गोबर को गोधन बनाने की शुरूआत की है। हमने लगातार जनता के हित में काम किया है। हमने गोबर को गोधन बनाने की दिशा में सुविचार इत कदम उठाते हुए गोधन योजना लागू की। पशु पालकों से गोबर खरीदकर वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जाएगी।
राज्य और राज्य के बाहर सी मार्ट स्टोर की स्थापना की जाएगी। सकल घरेलू उत्पाद में 5.32 फीसद की वृद्धि का अनुमान है, जो राष्ट्रीय स्तर पर एक फीसद अधिक है। हमारी मंशा प्रदेश के हर क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की है। H का मतलब समग्र विकास, होलिस्टिक डेवेलपमेंट से है।
इन योजनाओं के लिए किया बजट प्रावधान
राजीव गांधी न्याय योजना के लिए 5703 करोड़ का प्रावधान
चिराग योजना के लिए 150 करोड़
कृषि पंपों के लिए 2500 करोड़
सौर सुजला योजना के लिए 530 करोड़
फसल बीमा योजना में 606 करोड़
गोठान के लिए 175 करोड़
कृषक समग्र विकास योजना में कृषि यंत्र सेवा केंद्र की स्थापना के लिए 95 करोड़
1300 हेक्टेयर में फूलों के खेती
किसानों के लिए यह रहा खास
मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि का दर्जा देने की कार्यवाही की जाएगी। लाख पालन को कृषि के समकक्ष दर्जा दिया गया है। भूमिहीन किसानों के लिए नवीन न्याय योजना शुरू की जाएगी।
ये रहीं खास बातें
नवीन कौशल्या मातृत्व योजना शुरू की जाएगी
15000000 में सभी संभागीय मुख्यालय में आदर्श पुनर्वास केंद्र खोले जाएंगे
तृतीय लिंग के पुनर्वास के लिए देश में अपनी तरह का पहला केंद्र खोला जाएगा
स्वच्छता दीदियों का मानदेय 5000 से बढ़ाकर 6000 किया गया
शहरी गरीबों को काबिज भूमि पर पट्टा देने का निर्णय, जिससे उनके आवास का सपना पूरा होगा
अमृत मिशन योजना के लिए 220 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया
बजट से पहले ट्वीट की ये पंक्तियां
कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लाकडाउन समेत अन्य कारणों से छत्तीसगढ़ सरकार का राजस्व प्रभावित हुआ है। कोरोना काल के बाद यह छत्तीसगढ़ का पहला बजट है, जिससे प्रदेशवासियों को कई उम्मीदें हैं। बजट में सबसे ज्यादा ध्यान इंफ्रास्ट्रक्चर, सुपोषण, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति सहित सुरक्षा पर दिए जाने की उम्मीद है। इस बार भी छत्तीसगढ़ के बजट का आकार एक लाख करोड़ रुपये के करीब रह सकता है। सीएम भूपेश बघेल ने बजट भाषण से पहले एक ट्विटर पर कुछ पंक्तियां पोस्ट की, जो यह हैं…
‘वक्त कितना भी मुश्किल हो, रफ़्तार नहीं थमने देंगे।
चुनौतियां लाख हों, छत्तीसगढ़ को नहीं रुकने देंगे।
आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़, गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़।’