रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सदन में बजट पेश करने वाले हैं। इससे पूर्व पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया। किसान सहित कई विषयों पर सदन में हंगामा होता रहा। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत सदस्यों को शांत कराते रहे। नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने भी सरकार पर जुबानी हमला बोला। मंत्री को भी आरोपों के घेरे मेें लिया।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक संतराम नेताम ने कांकेर आदिवासी विभाग में कम्प्यूटर, प्रिंटर, प्रोजेक्टर खरीदी में गड़बड़ी का आरोप लगाया। विधायक ने कहा, कमिश्नर ने अखबार के समाचार के आधार पर पत्र लिखा है। इस बात को लेकर हंगामा होता रहा। इतना सुनता ही विपक्षीय विधायकों ने सदन की कमेटी बनाकर जांच की मांग कर दी है।
आदिम जाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने सभी सवालों और आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि केवल निविदा आमंत्रित की गई है, इसमें भुगतान नहीं हुआ है। भुगतान ही नहीं हुआ है, ऐसे में भ्रष्टाचार की गुंजाइश ही नहीं है। मंत्री ने सदन में कहा, अगर सदस्यों को आपत्ति है तो पूरे प्रकरण की जांच कराएंगे। सरकार, भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर रही है, इसलिए किसी तरह के भ्रष्टाचार को होने नहीं दिया जाएगा। मंत्री ने यह भी जवाब दिया कि विभागीय सचिव से कमिश्नर के पत्र की जांच कराएंगे।