अक्सर लोग घर सजाते वक्त रंगों की मैचिंग का खास ध्यान रखते हैं। जिस रंग का फर्नीचर हो, उसी रंग के पर्दे और दीवारों का रंग रखना आम बात है। मगर पालतू जानवर भी फर्नीचर के रंग के हिसाब से रखे जाएं यह शायद कम ही लोग करते हैं। लेकिन एक शख्स ने अपने पालतू कुत्ते को सिर्फ इसीलिए लौटा दिया, क्योंकि उसका रंग शख्स के घर में रखे सोफा के रंगों से मिलताऊ नहीं था। सुनकर शायद यकीन न हो, मगर सच यही है।
बैटरसी डॉग्स एंड कैट्स होम के पूर्व सीईओ क्लेयर हॉर्टन ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि मालिक ने पालतू कुत्ते को सिर्फ इसलिए शेल्टर होम में लौटा दिया, क्योंकि यह उनके घर के सोफा के रंगों से मेल नहीं खाता था।
अन्य लोगों ने भी लौटाए जानवर
हॉर्टन ने बताया कि हमें अपने ऑनलाइन रि-होमिंग पोर्टल पर हर रोज लगभग 1,500 कॉल और एप्लिकेशन मिल रहे थे। हमारे पास उस वक्त जानवर नहीं थे, मगर हम उन सभी जानवरों को जितना जल्दी हो सके रेस्क्यू कराकर उन्हें उनके नए घरों में भेजना चाह रहे थे या शेल्टर होम में शिफ्ट करना चाह रहे थे, क्योंकि लॉकडाउन लगने वाला था और किसी को नहीं पता था कि क्या होगा। हालांकि चैरिटी के जरिए जितने भी जानवरों को रि-होम किया गया, उनमें से दस प्रतिशत ने उन्हें वापस कर दिया।
वजह जानकर हो गए हैरान
अधिकांश जानवरों को परस्थितियों में आए वाजिब कारणों की वजह से लौटाया गया। जैसे कि कुछ लोगों को अपने पालतू जानवरों के साथ लगाव नहीं हो रहा था, कुछ बीमार थे तो कुछ जानवरों के केयरटेकर की मौत हो गई। वहीं हाल ही में यह अनोखा कारण सबके लिए हैरानी भरा रहा।
इन कारणों से लौटाए पालतू जानवर
जानवरों को पालना थोड़ा महंगा होता है। लॉकडाउन के दौरान में कुछ लोगों को उन्हें रखने और देखभाल में दिक्कतें हो रही थीं। इसके पीछे की वजह आर्थिक किल्लत भी रही, क्योंकि महामारी के दौरान बहुत से लोगों की नौकरी भी चली गईं। वहीं कुछ के लिए वक्त की कमी के कारण उनकी देखभाल करना मुश्किल हो रहा था।