भभुआ/कैमूर। कैमूर जिले में 28 अक्टूबर बुधवार को शांतिपूर्ण तरीके से बिहार विधान सभा के पहले चरण चुनाव संपन्न हुआ। इसी दिन घर से वोट देने गए एक व्यक्ति की अपराधियों द्वारा गला दबाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। अपराधियों ने हत्या करने के बाद उसके शव को मृतक व्यक्ति के दरवाजे पर छोड़कर फरार हो गए। घटना कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के करवदीया गांव की है। मृतक 35 वर्षीय बलवंत प्रजापति बताया जाता है।
हत्या के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। लेकिन रंजिश में हत्या होना बताया जाता है। हत्या के बाद गांव में सनसनी फैल गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भभुआ सदर अस्पताल में कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक पुत्र नीतीश कुमार ने बताया कि बुधवार की 3 बजे पिता जी वोट देने के लिए गए हुए थे। लेकिन वह देर शाम तक नहीं लौटे तो उनका खोजबीन शुरू किया गया। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया है। रात्रि लगभग 9 बजे कुछ लोगों ने दरवाजा खोलवाया कि तुम्हारे पापा शराब के नशे में है। जिसके बाद देखा कि 5-6 की संख्या थे। उन्हें दरवाजे पर छोड़ कर चले गए। घर में ले जाकर उन्हें सुला दिया।
जब गुरुवार की भोर में पिता जी को जगाने गया तो वह कुछ नहीं बोल पा रहे थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद इसकी सूचना चैनपुर थाने की पुलिस को दी गयी। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुँच कर परिजनों से घटना की जानकारी प्राप्त की। इसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
परिजन हत्या के पीछे चुनावी रंजिश का कारण बताते है कि दलित बस्ती के कुछ लोग वोटिंग के लिए पैसे के लेनदेन के मामले में झगड़ा झंझट की बात पहले भी प्रकाश में आई थी। इन्हीं लोगों के द्वारा बलवंत को मौत के घाट उतार दिया गया है ।पिकअप चलाकर भरण पोषण करने वाला बलवंत प्रजापति अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
मृतक की पत्नी गीता देवी के सामने 15 वर्षीय नीतीश कुमार, 13 वर्षीय ममता कुमारी ,11 वर्षीय सुमन कुमारी, 8 वर्षीय रानी कुमारी के भरण पोषण का भार उसके ऊपर आ गया है। बलवंत के दो अन्य भाई कई सालों अलग रह रहे हैं।वही इस मामले में चैनपुर थाना अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह का कहना है कि परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस जांच में जुटी हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद ही हत्या मामले का खुलासा हो सकेगा।