रायगढ़. कोरोना की दूसरी लहर ने जहां कई लोगों की जिंदगी छीन ली वहीं मध्यम व लेकर गरीब वर्ग के लोगों पर इसका खासा असर हुआ है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया। जिसमें रायगढ़ जिले में 14 अपै्रल से लगने वाले लॉकडाउन के बाद शहर के चौक-चौराहों, मंदिर, मस्जिद, पार्क, पर्यटक स्थलों में सन्नाटा पसर गया था, कोरोना संक्रमण का ग्राफ धीरे-धीरे कम होनें के बाद लॉकडाउन खुलने के बाद एक बार फिर से रायगढ़ शहर गुलजार होनें लगा है। चौक-चौराहों में रौनक, पार्क में हंसते-खेलते बच्चे व पर्यटक स्थलों में लोगों को परिवार समेत घुमते देखा जा रहा है। परंतु कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत अब भी है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे प्रदेश में तबाही मचा कर रख दी थी। एक समय ऐसा भी आया कि रायगढ़ जिला प्रदेश में कोरोना संक्रमित टॉप-3 की लिस्ट में शामिल हो चुका था। आए दिन रिकार्ड तोड़ कोरोना संक्रमित मरीज निकलकर सामने आ रहे थे। वहीं कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ते जा रही थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले में 14 अपै्रल से लॉकडाउन लगाया गया जो कि बढ़ते-बढ़ते 54 दिन तक रहा। लॉकडाउन के दौरान रायगढ़ पुलिस आम जन को कोरोना संक्रमण से बचाए रखने 24 घंटे चौक-चौराहों पर तैनात रहे। स्वास्थ्य अमला देवदूत की भूमिका में अपना कर्तर्व्य बखूबी निभाया। साथ ही दानवीर की नगरी रायगढ़ जिले की सामाजिक संस्थाओं ने भी सहयोग का हाथ बढ़ाते हुए किसी को भूखा न सोने दिया।
रायगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप धीरे-धीरे कम होनंे से रायगढ़ जिला अब पूरी तरह अनलॉक हो चका है। मगर अब भी लोगों को कोरोना गाईड लाईन का पालन करने कहा गया है। दुकानों को एक समय अवधि तक दुकान खोलने की छूट दी गई हैं। रायगढ़ जिला के अनलॉक होते ही छोसा सा व्यापार करके अपने व अपने परिवार का पेट भरने वाले व्यापारियों के साथ-साथ सभी लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। लॉकडाउन में जहां सड़के वीरान व सुनसान हुआ करती थी वहां अब लोगों की भीड़ से रौनक फिर से लौट आई है। चाय टपरी, ठेले, गुमटियों, चौपाटी में लोगों का अपना मनपसंद व्यंनजन फिर से मुहैया हो पा रहा है।
रायगढ़ जिला अनलॉक होते ही शहर के मंदिर में जहां कोरोना गाईड लाईन के तहत पूजा पाठ का दौर फिर से शुरू हो चुका है। वहीं मस्जिदों में भी इबाबद होने लगे हैं। शहर के पार्को में नन्हें-मुन्ने बच्चों को हंसते देखते देखा जा रहा है वहीं प्रतिदिन काम करने के बाद हफ्ते में एक दिन लोगों को शहर के पर्यटक स्थल केलो डेम, टीपाखोल में परिवार के साथ घूमत देखा जा रहा है। परंतु शहरवासियों को कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत अब भी है।