कोरोना महामारी से सुरक्षित रहने के लिए बचाव को ही विशेषज्ञ सबसे बेहतर उपाय मानते हैं। कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को मास्क लगाने, हाथों को धोते रहने और भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक भले ही इस समय देश में कोरोना की रफ्तार थम गई है लेकिन बचाव के नियमों के पालन में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। चूंकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है, ऐसे में लोगों को लगातार सुरक्षा के उपायों के साथ-साथ शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाने वाले उपाय भी करते रहने चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के खतरे के साथ-साथ इस समय देश में मानसून से संबंधित बीमारियों का खतरा भी अधिक है। कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए यह मौसम गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसे में सभी लोगों को अपने दैनिक आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो मानसून की बीमारियों से सुरक्षा देने के साथ आपको कोरोना संक्रमण के खतरे से भी बचा सकें। कोरोना की दूसरी लहर में काढ़े को इस तरह की समस्याओं को ठीक करने के लिए काफी ज्यादा प्रयोग में लाया गया था। आइए आगे की स्लाइडों में मौसम के अनुरूप ऐसे काढ़े के बारे में जानते हैं जो मानसून की बीमारियों के खतरे से दूर रखने के साथ इम्यूनिटी को मजबूती देने में सहायक हो सकती है।
तुलसी और हल्दी का काढ़ा सबसे फायदेमंद
आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक मौसमी बीमारियों से सुरक्षा देने में तुलसी और हल्दी दो सबसे उपयोगी और असदार औषधियां हैं। इन औषधियों से बना हुआ काढ़ा न सिर्फ शरीर को तमाम तरह के संक्रमण से सुरक्षित रख सकता है साथ ही इसे इम्यूनिटी के लिए भी काफी लाभदायक माना जाता है। काढ़ा तैयार करने के लिए आधा चम्मच हल्दी, 8-12 तुलसी के पत्ते, 2 बड़े चम्मच शहद, 3-4 लौंग और थोड़ी सी दालचीनी ले लें। इन औषधियों से बना काढ़ा शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
तुलसी और हल्दी का काढ़ा कैसे बनाएं?
तुलसी और हल्दी का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले पैन में एक गिलास पानी डालकर गर्म करें। अब इसमें हल्दी पाउडर, तुलसी के पत्ते, लौंग और दालचीनी डालें। मिश्रण को 15 मिनट तक उबलने दें। अब इस मिश्रण को छान लें, स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं। प्रतिरक्षा में सुधार करने और मानसून की तमाम बीमारियों से मुकाबले के लिए शरीर को मजबूत बनाने के लिए इस कढ़े का सेवन दिन में एक बार कर सकते हैं।
कई रोगों में फायदेमंद हो सकता है यह पेय
आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक तमाम औषधियों के मिश्रण से बना यह पेय कई रोगों के निवारण में फायदेमंद हो सकता है। मधुमेह के रोगी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण करने के लिए इस पेय का सेवन कर सकते हैं। तुलसी और हल्दी के औषधीय गुण शरीर के विषाक्त पदार्थों को कम करने के साथ प्रतिरक्षा में सुधार करने में सहायक हो सकते हैं। इस काढ़े का सेवन
कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं को भी ठीक कर सकता है। इतना ही नहीं मौसम बदलने के कारण सर्दी और गले की खराश से राहत दिलाने में भी इस काढ़े की औषधियों को कारगर माना जाता है।