पुसौर बोरोडीपा चौक से अपहृत किसान घर लौटा,परिजनों ने पुसौर पुलिस पर लगाया मामले पर पर्दा डालने का आरोप,पुलिस कप्तान को दोबारा शिकायत कर कार्रवाई की मांग

by Kakajee News

रायगढ़।  पुसौर ब्लाक के बोरोडीपा चौक पर एक ग्रामीण को बंधक बनाकर मारपीट, गाली गलौज करते हुए नगदी रकम लूटने के मामले में पीड़ित ग्रामीण अब घर लौट आया है। मगर पीड़ित के परिजनों ने पुसौर पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने और पीड़ित के परिवार को समझौते के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस कप्तान से कार्रवाई की मांग दोहराई है।  


उल्लेखनीय रहे कि पीड़ित  श्रवण चौहान निवासी नावापारा ब थाना पुसौर द्वारा उसके मोबाईल नंबर 8462038343 के माध्यम से अपने साले को फोन कर बताया गया कि पुसौर के बोरोडीपा चौक में भठलीरोड़ के पास पुसौर के रहने वाले सुरेन्द्र यादव तथा उसके एक अन्य साथी ने रास्ता रोककर जबर्दस्ती मांड नदी के किनारे ले जाकर गाली गलौज कर मवेशी तस्करी का आरोप लगाकर 10 हजार रूपए कमीशन की मांग की गई अन्यथा गौ रक्षक दल को सौंप देने की धमकी देते हुए जबरन जेब में 700 रूपए को सुरेन्द्र यादव के द्वारा निकाल लिया गया। साथ ही गाड़ी की चाबी छिनकर रिश्तेदारों को फोन कर 10 हजार रूपए मंगाने की बात कही गई थी।

घटना के बाद पीड़ित श्रवण चौहान का साला परिजनों के साथ इस मामले की शिकायत लेकर पुसौर थाने पहुंचा और पुलिस की कार्रवाई में देरी होनंे पर जिला मुख्यालय पहुंचकर एसपी को इस आशय का ज्ञापन देते हुए लापता जीजा की पतासाजी की गुहार लगाई। खास बात यह रही कि इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपने के बावजूद पुसौर पुलिस ने इस पूरे मामले में हीलाहवाला करते हुए लापता ग्रामीण की पतसाजी में कोई रूचि नही दिखाई। इस बीच लापता किसान के परिजन हैरान परेशान रहे।

आखिरकार एक दिन पहले उक्त किसान अपने घर लौट आया है। जिसे सकुशल देखकर परिजनों ने राहत की सांस ली है। वहीं पीड़ित ग्रामीण के परिजनों ने इस पूरे मामले में लूट और अपहरण की घटना पर पुसौर पुलिस पर पर्दा डालने का आरोप लगाते हुए दुसरी बार पुलिस अधीक्षक को शिकायत करके संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने तथा आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी की मांग उठाई है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पुलिस के इसी रवैये के कारण जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। तो दूसरी ओर पुलिस का संरक्षण मिलने के कारण गुंडे तथा असामाजिक तत्व पीड़ितों को लगातार धमका रहे हैं। इस मामले में भी अपहृत ग्रामीण के वापस घर लौटने के बाद पुलिस पीड़ित ग्रामीण और उसके परिजनों पर समझौता करने का अनावश्यक दबाव बना रही है। पीड़िता ने पुलिस कप्तान से मिलकर इस मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।  

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