रायगढ़। 11 अक्टूबर की शाम थाना प्रभारी कोतरारोड़ क्षेत्रांतर्गत ग्राम गोरखा मे रहने वाली अधेड उम्र की महिला की निर्मम हत्या कि करीब साढ़े 5 बजे ग्राम गोरखा के कोटवार द्वारा मोबाईल फोन के जरिये सूचना देने पर निरीक्षक चमन सिन्हा किरोडीमलनगर की ओर पेट्रोलिंग पर रवाना हुए थे ग्राम गोरखा के हिम बहादुर गुरूम के पत्नी मीरा गुरूम (43 वर्ष) को उसी के घर परछी मे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 11 अक्टूबर की शाम मृतिका मीरा गुरूम उसके घर के परछी में चित्त हालत में मौत होकर पडी थी, उसके गले, गाल, भौं के ऊपर गम्भीर चोट था। मृतिका की लडकी डाली गुरूंग पिता हिम बहादुर गुरूंग उम्र 23 वर्ष सा. वार्ड नं. 43 गोरखा थाना कोतरारोड से टीआई कोतरारोड़ पूछताछ किये तो बताई कि 08 अब्टूबर को उसके पिता एवं उसकी छोटी बहन संतोषी नेपाल गए हुए हैं। 11 अक्टूबर की सुबह 08 बजे लगभग इसका छोटा भाई सुरज काम करने जिंदल कम्पनी चला गया था कि 10ः30 बजे यह अपने सहेली के साथ चन्द्रपुर मंदिर दर्शन करने चली गई थी। घर में इसकी मां मीरा गुरूंग अकेली थी कि शाम 04ः30 बजे घर आई तो कमरा का दरवाजा ढका हुआ था जिसे धक्का देकर खोली तो देखी घर के परछी में मां खुन से लथपथ मरी पडी थी, कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर भाग गया था।
धारा 302 भा0द0वि0 कायम किया गया पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एवं श्रीमान अति पुलिस अधीक्षक एवं श्रीमान नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन मे थाना स्टाफ एवं विशेष टीम बनाकर उक्त अपराध का पतासाजी किया जा रहा था इसी तारतम्य मे घटना के दिन ही महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे थे, जो संदेही आरोपी की घटना दिनांक को उपस्थिति का पता चलने पर थाना चक्रधरनगर क्षेत्र ग्राम नावापाली से घेराबंदी कर पूछताछ हेतु थाना कोतरा रोड लाया गया था। कडाई से पूछताछ के दौरान संदेही आरोपी पूर्णचन्द जैपुरिया पिता सहदेव जैपुरिया उम्र 48 वर्ष सा0 बेलडीपा थाना हिमगीर जिला सुन्दरगढ ओडीसा हा0मु0 नवापाली थाना चक्रधर नगर जिला रायगढ छ0ग0 ने बताया कि वर्ष 2012 मे बेलडीपा मे भाई लक्ष्मण जैपुरिया एवं पदमन जैपुरिया के साथ मिलकर जमीन संबंधी विवाद के चलते रिश्ते के भतीजे माधव जैपुरिया की हत्या किये थे, सुन्दरगढ जेल मे लगभग 10 वर्ष निरूद्ध रहा, पेशी के दौरान सुन्दरगढ न्यायालय से फरार होकर मै उत्तर प्रदेश चला गया था जहां चार माह रहा बाद मे वापस आया तब टपरिया (ओडीसा) मे गिर0 हुआ, जेल मे 10 वर्ष रहने पश्चात आज से 06 माह पुर्व जेल से रिहा हुआ हुं, रिहा होने के बाद अपने भाई के साथ पचपेडी हिमगीर (ओडीसा) मे 03 माह रहा उसके बाद वहां से आकर अपने पत्नी और बच्चो के साथ करीब डेढ माह पतरापाली थाना कोतरा रोड मे रह रहा था इसी दौरान मैं अपने जमीन खेत को 10,000 रू0 मे गिरवी रखकर पैसे को पत्नी को दिया था तथा जेल मे रहने के दौरान ही जेल के अंदर दरी-गमछा बनाकर कुछ पैसा कमाता था उन पैसो को भी मेरी पत्नी और बच्चे मुझसे मिलने के दौरान उनको पैसे दे देता था।
पतरापाली मे रहने के दौरान मेरी पत्नी बच्चे मुझे छोडकर गोरखा जहां मेरी डेढ सास रहती है उन्ही के घर के पास चले गए थे जहां मै उनसे मिलने का प्रयास किया लेकिन मेरी पत्नी एवं बच्चे मेरे साथ रहने के लिए तैयार नही हुए। मुझे गाली गुफ्तार कर भगा दिये। मृतिका मेरी डेढ सास मीरा गुरूंग द्वारा मेरी पत्नी और बच्चो को मेरे खिलाफ भडकाते रहती थी उसी के भडकाने के कारण मेरे पत्नी और बच्चे मेरे साथ रहने के लिए तैयार नही थे और इधर-उधर भटक रहा था और मै अपने भांजे के पास ग्राम नवापाली चला गया था।
मेरी पत्नी को मृतिका डेढ सास साथ मे बिठाकर शराब पीलाती थी इसी के कारण मेरा रहने का ठिकाना नही था मै बरबाद होते जा रहा था इसी कारण मेरी मृतिका डेढ सास से बदला लेने का सोच रहा था कि 11 अक्टूबर को नवापाली से सुबह करीबन 09 बजे टंगिया लेकर सायकल से निकलकर ग्राम गोरखा मेरी डेढ सास के घर गया मुझे मालूम था मेरी डेढ सास के पति, लडका और लडकी काम करने बाहर चले जाते है।
इस कारण लगभग 11 बजे उनके घर गया। घर पहुंचते ही मेरी डेढ सास मृतिका द्वारा मुझे देखकर गाली गलौच करने लगी जिससे मै गुस्से मे आकर हाथ मे रखे टंगिया से मेरी डेढ सास के गले, सिर और बांह मे 07-08 बार वार किया वहां से दरवाजा खींचकर भागकर अपने सायकल से वापस निकला और रास्ते मे टंगिया और कपडा को गोरखा के देवलाश के पास झाडी मे फेंक दिया और वहां से नवापाली वापस चला गया बताया। आरोपी के निशानदेही पर हत्या मे प्रयुक्त टंगिया और पहने कपडे तथा सायकल को जप्त किया गया है। रिमाण्ड पर भेजा जाएगा।