रायपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और लाकडाउन को देखते हुए धमतरी जिले में मार्च महीने से सरकारी व निजी स्कूलों में ताला लगा हुआ था। संक्रमण का असर अब कम होने के बाद जिला पंचायत सीईओ और जिला शिक्षाधिकारी के प्रयास से 28 दिसंबर से निजी स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग बेस उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था की गई है। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा तय किए गए निर्देशों का पालन भी छात्रों और शिक्षकों को करना होगा।
धमतरी जिले में निजी स्कूलों की संख्या 200 से अधिक है। इनमें से एक चौथाई स्कूल हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल हैं, जहां पर कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई इंटरनेट मोबाइल के सहारे हो रही थी। प्रैक्टिकल और अन्य पढ़ाई के लिए छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए इस तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। डीईओ रजनी नेल्सन ने बताया कि कक्षा 10वीं 12वीं के छात्र छात्राओं के लिए कोचिंग बेस 21 अचीवर्स माडल प्रश्न पत्र तैयार किया गया है, जिसके सहारे छात्र-छात्राओं को विशेष कोचिंग दी जाएगी। स्कूल में भीड़ न लगे इसलिए छात्रों को पाली के हिसाब से स्कूल में बुलाया जा रहा है। एक क्लास में केवल 10 से 20 छात्र ही बैठेंगे। स्कूलों में कोचिंग बेस पढ़ाई केवल तीन घंटों की होगी। मालूम हो कि देश- प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पहले देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया और उसके बाद 22 मार्च से लाकडाउन लग गया।
इन नियमों का करना होगा पालन
स्कूल में छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी, ताकि छात्रों और शिक्षकों के तापमान की जांच हो सके।
कुछ समय के अंतराल पर हाथ धोना, फेस मास्क पहनना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा।
स्कूल में बिना किसी कारण थूकना मना होगा और तबीयत खराब होने पर तुरंत रिपोर्ट करना पड़ेगा, असेंबली और खेलकूद से जुड़ी गतिविधियां नहीं होगी क्योंकि इससे संक्रमण के फैलने का जोखिम होगा। छात्रों को आपस में नोटबुक, पेन, पेंसिल, रबर, वाटरबॉटल एक दूसरे को लेने- देने की इजाजत नहीं होगी। स्कूलों में राज्य हेल्पलाइन नंबरों के अलावा स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के नंबर भी डिस्प्ले होंगे ताकि किसी इमर्जेंसी की स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके।
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