नई दिल्ली। अमेरिका के फिलाडेल्फिया (Philadelphia US) शहर में देश को शर्मसार करने वाली घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। पश्चिमी देशों के समाज, वहां की कानून व्यवस्था और वहां महिलाओं को मिलने वाले अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, फिलाडेल्फिया में 13 अक्टूबर को एक महिला रात करीब 10 बजे ट्रेन से अपने घर जा रही थी। इस ट्रेन में और भी बहुत सारे लोग थे लेकिन 35 साल का एक व्यक्ति अचानक से इस महिला के साथ वाली सीट पर आकर बैठ जाता है, कुछ देर तक उसने इस महिला को परेशान किया लेकिन जब वो बात करने के लिए तैयार नहीं हुई तो इस व्यक्ति ने उसके साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं और इसके बाद 8 मिनट तक चलती ट्रेन में इस महिला के साथ रेप होता रहा।
इस समय ट्रेन में काफी लोग मौजूद थे, जो ये सब होते हुए देख रहे थे लेकिन किसी ने भी उस व्यक्ति को रोकने की कोशिश नहीं की। 8 मिनट तक एक महिला चलती ट्रेन में मदद के लिए चीखती चिल्लाती रही, लोगों से ये कहती रही कि वो पुलिस बुलाने में उसकी मदद करें, उसने मदद के लिए लोगों के सामने हाथ भी जोड़े, लेकिन इसके बावजूद इन लोगों ने कुछ नहीं किया।
कुछ साल पहले अमेरिका में एक सर्वे हुआ था, जिसमें लोगों से ये पूछा गया था कि अगर उनके सामने किसी महिला के साथ छेड़छाड़ होती है या उसके साथ बलात्कार जैसी कोई भयानक घटना होती है तो उनकी पहली प्रतिक्रिया क्या होगी? अमेरिका के ज्यादातर लोगों का कहना था कि ऐसी स्थिति में अपराध को रोकने की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ उनकी होगी। इसलिए वो सबसे पहले उस महिला को बचाएंगे, इस सर्वे का सार ये था कि अमेरिका के लोग दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा जागरूक, ज्यादा जिम्मेदार और ज्यादा सजग हैं। लेकिन इस घटना ने इन सभी बातों को झूठा साबित किया है।
फिलाडेल्फिया की पुलिस ने इस मामले में बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस को उसके खिलाफ कुछ गवाह भी मिल गए हैं, इसकी पूरी सम्भावना है कि जल्द इस आरोपी को कड़ी सजा हो जाएगी लेकिन सवाल ये उठता है कि उन लोगों का क्या होगा, जो इस घटना को चुपचाप देखते रहे? हालांकि वहां की पुलिस ने कहा है कि वो ऐसे लोगों पर केस दर्ज करने के बारे में विचार कर रही है, जिन्होंने पीड़ित की मदद नहीं की।
हैरानी की बात ये है कि अगर इनमें से एक भी व्यक्ति हेल्प लाइन नंबर 911 पर डायल कर देता तो इस महिला के साथ ये घटना होती ही नहीं, यानी इन लोगों को अपने मोबाइल फोन से सिर्फ 3 नम्बर डायल करने थे लेकिन किसी ने भी ऐसा नहीं किया, बल्कि कुछ लोग तो अपने मोबाइल फोन से पीड़ित की तस्वीरें और वीडियो बना रहे थे।