छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी बैठक दुर्ग में हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने के साथ पार्टी में मनमुटाव पर सख्ती का संदेश भी दिया गया। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि पिछले विधानसभा में पार्टी से पंगा लेने वाले विधायकों का टिकट काटा गया था। विधायक और जिला संगठन के बीच सामंजस्य की कमी थी।
अब ऐसा बिल्कुल न हो। सीनियर नेताओं को साथ लेकर चलें और उनका मार्गदर्शन भी लें। सभी सत्ता और संगठन में तालमेल बिठाकर चलें। पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार शानदार तरीके से चल रही है। हर वर्ग के लिए बेहतर निर्णय लिए गए हैं। 2023 में होने वाले चुनाव में भी कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।
बैठक में सदस्यता अभियान, संगठन की मजबूती व बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं की सक्रियता पर जोर दिया गया। पीएल पुनिया ने बैठक के दौरान किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि एक नवंबर से बूथ कमेटी बन जानी थी, लेकिन जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने इस पर रुचि नहीं दिखाई।
उन्होंने कहा कि विधायकों की तरफ से यह शिकायत नहीं आनी चाहिए कि मेरी इच्छा पूरी नहीं की गई। मनमुटाव को ठीक करें और संगठन के लिए सोंचे। पुनिया ने कहा कि जिस विधानसभा में हमारे विधायक नहीं हैं, वहां ज्यादा मेहनत की जरूरत है। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने मंहगाई के खिलाफ चलाए जा रहे जन जागरण अभियान और पदयात्रा में सभी को जुटने और धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्था के लिए निगरानी समिति बनाने की बात कही।
पांच एजेंडों पर की गई मंत्रणा
प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को बुलाया गया था। इस दौरान बैठक में बूथ कमेटी के गठन की समीक्षा, सदस्यता अभियान, सदस्यता बुक का वितरण, संगठन में सक्रियता और 14 से 29 नवंबर तक ब्लाक स्तरीय पदयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कई जिलों में कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के लिए जमीन ही फाइनल नहीं हुआ है। जिला संगठन इसे जल्द से जल्द पूरा करें। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ब्लाक स्तर पर भी कांग्रेस का कार्यालय बनेगा।
एक तरह से सख्ती का संदेश
बता दें कि पिछले महीने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन और प्रदेश कार्यालय में एनएसयूआई व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में विवाद और मारपीट की घटनाएं हुई थी। पीएल पुनिया के इस बयान को सख्ती के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं दुर्ग में बैठक आयोजित करने पर पुनिया ने कहा कि पिछली कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लिया गया था कि आगे की बैठकें राजधानी के अलावा दूसरे जिलों में होगी। इससे पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ेगी और उन्हें अहसास होगा कि पार्टी में उनका कितना महत्व है।
