भारतीय पुलिस की टालमटोल वाली कार्यशैली पर अक्सर सवालिया निशान उठते रहे हैं। राजस्थान में हुई एक घटना के बाद यह बात एक बार फिर से साबित हो गई है। हुआ यूं कि राजस्थान के एक युवक की बाइक चोरी हो गई। उसने स्थानीय थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाइक ढूंढने की कार्रवाई करने के बजाए पुलिस वाले उसे आजकल कहकर टरकाने लगे। आजिज आकर युवक ने मामले की शिकायत छत्तीसगढ़ में बतौर आईजी तैनात अपने मामा से की। तब जाकर कहीं पुलिस एक्शन में आई और युवक की बाइक 24 घंटे में ढूंढ निकाली।
आईजी के निवेदन पर एक्शन
राजस्थान के नगौर जिले के कुचामन निवासी नीरज मेघवाल की बाइक शनिवार रात को उसके घर से चोरी हो गई। बाइक चोरी होने के बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन यहां पर पुलिस टालमटोल करती रही। जब काफी समय तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो परेशान युवक ने इस बात की जानकारी अपने मामा को दी। युवक के मामा रतनलाल डांगी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में बतौर आईजी तैनात हैं। मामले को लेकर आईजी डांगी ने युवक की अप्लीकेशन ट्वीट करते हुए लिखा कि कुचमन सिटी पुलिस स्टेशन से संबंधित यह अप्लीकेशन मिली है। नई बाइक चोरी होने का मामला है। पीड़ित ने थाने जाकर इसकी अप्लीकेशन दी है, लेकिन सुबह तक एफआईआर नहीं लिखी गई थी। निवेदन है कि मामले में कार्रवाई की जाए। आईजी डांगी ने अपनी ट्वीट में नागौर पुलिस को टैग भी कर दिया।
24 घंटे में बाइक बरामद
आईजी डांगी के ट्वीट के बाद राजस्थान पुलिस एक्शन में आ गई। सबसे पहले राजस्थान पुलिस हेल्पडेस्क नागौर पुलिस को मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई के लिए लिखा। इसके बाद इस नागौर पुलिस ने ट्वीट किया कि इस संबंध में पुलिस थाना कुचामनसिटी जिला नागौर पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। इस पर आईजी डांगी ने एफआईआर नंबर मांगा जो नागौर पुलिस थाने ने उन्हें तत्काल मुहैया कराया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और युवक की बाइक 24 घंटे में ही मिल गई।