मध्य प्रदेश के सागर से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां नरयावली से ईसरवारा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक पर एक बिजली का पोल खड़ा कर दिया गया है। बीना-कटनी के बीच रेलवे की तीसरी लाइन का काम चल रहा है। नरयावली से ईसरवारा के बीच 7.5 किलोमीटर की रेल लाइन में निर्माण विभाग ने यहां ट्रेन का ट्रैक बिछाया और इलेक्ट्रिक विभाग ने बीच ट्रैक पर ही बिजली का खंभा लगा दिया।
दरअसल ईसरवारा रेलवे स्टेशन बहुत छोटा स्टेशन है और यहां चार कमरें है। एक ठेकेदार की गलती के कारण यहां दो गलतियां की गई हैं। ठेकेदार ने पहले गलत पटरी बिछा दी और दूसरे ने पटरी के अंदर ओएचई हाईटेंशन बिजली लाइन का पोल लगाकर बिजली की लाइन तक बिछा दी गई।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ठेकेदारों द्वारा अब नए सिरे से पटरी को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए लाखों रुपए का खर्च किया जाएगा। ठेकेदार ने सेंटर ट्रैक; (ले-आउट ) से अलाइनमेंट मिलाए बगैर 3 से 5 मीटर दूरी तक पटरी बिछा दी। इलेक्ट्रिक विभाग ने यह खामी दूर कराने की बजाय पटरी पर ही पोल लगा दिया।
जानकारी के अनुसार ईसरवारा स्टेशन की नई बिल्डिंग का काम अभी चल रहा है। स्टेशन के तैयार और प्रारंभ होने के बाद पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नई लाइन बिछाई जाएगी। इस काम को निर्माण एजेंसी से ही कराएंगे। जो पोल अभी लाइन के बीच में है, वह लाइन शिफ्ट होते ही ट्रैक से बाहर हो जाएगा।
बता दें कि रेलवे विभाग के नियमानुसार अर्थवर्क के दौरान ही सेंटर ट्रैक के हिसाब से काम शुरू होता है। जिसके बाद स्लीपर, गिट्टी और ट्रैक बिछाया जाता है। हालांकि ट्रैक का अलाइनमेंट मिलने के लिए 1 किलोमीटर की लाइन को इलेक्ट्रिक लाइन के हिसाब से शिफ्ट करना होगा