बिलासपुर । कोरोना के मामलों के बाद अब बिलासपुर में स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। तेजी से इन गंभीर बीमारियों के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामले में एक स्वाइन फ्लू मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
स्वाइन फ्लू के पुष्टि के बाद शहर के निजी अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था। महिला जांजगीर चांपा जिले के बम्हनीडीह की रहने वाली थी। इधर इसके अलावा अन्य चार और स्वाइन फ्लू मरीजों की पहचान हुई है। जिनका अलग – अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। चिंता की बात ये है कि स्वाइन फ्लू के ये मरीज बिलासपुर के साथ पड़ोसी जिले जांजगीर चांपा, मुंगेली और बलौदाबाजार के हैं। मतलब दूसरे जिलों में भी स्वाइन फ्लू के केस बढ़ते जा रहे हैं। इधर स्वाइन फ्लू के साथ डेंगू और मलेरिया ने भी स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल दिया है। इस वर्ष अब तक 18 डेंगू मरीज की पहचान हो चुकी है।
बीते दिनों डेंगू पीड़ित एक बच्ची की इलाज के दौरान मौत भी हुई है। वहीं मलेरिया के भी 22 मरीज सामने आ चुके हैं। ऐसे में कोरोना के साथ स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया तेजी से जिले में पैर पसार रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू और डेंगू के इलाज और रोकथाम के लिए फिल्ड की टीम को अलर्ट कर दिया है। जिला अस्पताल और सिम्स में 10 -10 बेड के स्पेशल वार्ड शुरू किए गए हैं।
हालांकि जिस तरह मरीज सामने आ रहे हैं, उसमें निजी अस्पतालों की एक गंभीर लापरवाही भी सामने आई है। निजी अस्पताल गंभीर बीमारियों और मरीजों की जानकारी छिपा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को मरीजों का रिपोर्ट नहीं मिल रहा है। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अब निजी अस्पतालों को नोटिस भी जारी किया है।