सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में लकड़ी लेने जंगल गए 2 ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने वाले बाघ को वन विभाग ने पकड़ लिया है। इस बाघ के हमले से 2 अन्य लोग घायल हो गए थे, वहीं एक ग्रामीण ने बाघ पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। जिससे घायल बाघ बुरी तरह घायल होकर एक ही जगह में बैठा था। जिसका रेस्क्यू कर उसका उपचार किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग के अधिकारियों की टीम बाघ के रेस्क्यू के लिए बड़े सवेरे से ही सक्रिय थे। सीसीएफ के साथ डीएफओ व रेंजर्स हर काम पर नजर रख रहे थे। बाघ के पास पिंजरे के साथ टीम को पहुंचाने के लिए जेसीबी लगाकर आने – जाने का रास्ता भी तैयार किया गया। पहले ट्रैंक्यूलाइज्ड कर बाघ को बेहोश किया गया। डाक्टरों ने उसकी प्राथमिक जांच की और फिर पिंजरे में कैद कर लिया गया।
ओड़गी क्षेत्र में कल सोमवार सवेरे 6 बजे इस बाघ ने कालामांजन गांव के जंगल में तीन लोगों पर हमला किया था। इस हमले में दो युवकों की मौत हो गई थी। एक गंभीर रूप से घायल युवक सूरजपुर के अस्पताल में भर्ती हैं। अपने बचाव में हमले के समय इन युवकों ने बाघ पर टांगियों से वार किया था।
24 घंटे तक एक ही जगह में रहा बाघ
बाघ के सिर पर गहरे जख्म देखे गए हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जब तक बाघ की अच्छी तरह जांच नहीं कर ली जाती तब तक कुछ कह पाना मुश्किल है कि बाघ की हालत कितनी गंभीर है। करीब 24 घंटे तक कोई बाघ एक ही जगह पड़ा रहे, ऐसा होता नहीं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह गंभीर रूप से घायल है।