लैलूंगा में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, पति व जीजा निकले हत्यारे, दोनों गिरफ्तार

by Kakajee News

अननोन डेड बॉडी की शिनाख्तगी बनी थी पुलिस की बड़ी परेशानी, दिल्ली, ओडिसा भेजी गई थी टीमें
पारिवारिक सलाहकार केन्द्र के मामलों सहित खंगाले गए सीसीटीएनएस पोर्टल से राज्य के सभी थानों के गुम इंसान
रायगढ़।
रायगढ़ जिले के लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भेलवाटोली व खम्हार के बीच जंगलों में मिली अज्ञात महिला की लाश के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने महिला की हत्या करके जंगल में लाश छुपाने की बात कबूल ली है। बीते सप्ताह अज्ञात लोगों की सूचना पर लैलूंगा पुलिस को भेलवाटोली व खम्हार के जंगलों में एक महिला की लाश मिलने की सूचना दी थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की हत्या करना पाया गया था और इसी एंगल में जांच करते हुए पुलिस ने इस अंधे कत्ल को सुलझाते हुए जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उन दोनों में एक महिला का पति दूसरा जीजा लगता है।
पत्रकार वार्ता में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि विगत 12 जनवरी को थाना लैलूंगा क्षेत्र अंतर्गत एक अज्ञात महिला उम्र करीब 25-30 वर्ष की डेड बॉडी भेलवाटोली-खम्मार जंगल के बीच मिली थी। महिला के गले को दुपट्टा से घोंटा जाना तथा प्रथम दृष्टया ही हत्या प्रतीत होने पर मौके पर एसडीओपी धरमजयगढ़, थाना प्रभारी लैलूंगा, एफ.एस.एल. की टीम, साइबर की टीम, डॉग स्कॉड की मदद ली गई थी। इसके बाद महिला के शव का पी.एम कराकर डॉक्टर से मृत्यु के संबंध में अभिमत/शॉट पी.एम. रिपोर्ट प्राप्त कर 13 जनवरी को अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना लैलूंगा में धारा 302. 201 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। एएसपी ने बताया कि पुलिस की शुरुआती परेशानी मृतिका की शिनाख्ती थी जिसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी जिसके बाद मृतिका की शिनाख्त हो सकी। शिनाख्ती की कड़ी में जिले के सभी थाना के गुम इंसानों के हुलिया से मृतिका का मिलान किया गया। सीसीटीएनएस ऑपरेटर्स को पोटर्ल पर राज्य के लगभग सभी जिलों के गुम इंसान से हुलिया का मिलान कराया गया, सभी सोशल मीडिया ग्रुप में मृतिका के फोटो वायरल किए गए । पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना/चौकी प्रभारियों एव पिछले 06 माह में पारिवारिक केन्द्र में आये पति-पत्नी विवादों पर भी जांच कर मृतिका के वारिशानों का पता लगाने के निर्देश दिए। साथ ही एसडीओपी धरमजयगढ़ को धरमजयगढ़ अनुविभाग से इस उम्र की महिलाएं जो बाहर कमाने-खाने गई हैं, उनकी जानकारी एकत्र करने का निर्देश दिया गया। धरमजयगढ़ एसडीओपी की पूरी टीम लगातार मृतिका के वारिसानों का पता लगा रही थी। कहीं कुछ जानकारी मिली कि इस हुलिया/उम्र की महिला कमाने खाने ओडिसा के लेफरीपारा, दिल्ली, बिहार, झारखंड गई हैं, सभी के रिस्तेदारों से सम्पर्क कर तस्दीकी की गई तथा जिनसे सम्पर्क नहीं हुआ उनकी तस्दीकी के लिये टीमें दिल्ली, ओडिसा रवाना किया गया। आखिरकार सोशल मीडिया में वायरल किए गए तस्वीर के जरिए मृतिका के सरस्वती मराण्डी पिता सुजीत मराण्डी उम्र 23 वर्ष निवासी ढांगी करतस, जिला धनबाद (झारखंड) के रूप में हुआ । मृतका की शिनाख्तगी के बाद मामले में नए पहलू सामने आया जिससे अनसुलझे हत्याकांड की परत दर परत गुत्थी सुलझती गई। लैलूंगा पुलिस को हत्याकांड में ग्राम कमरगा थाना लैलूंगा के जयकुमार सिदार, के मृतिका के कथित पति होने की जानकारी मिली। लैलूंगा पुलिस द्वारा गोपनीय तरीके से जयकुमार सिदार का उसके गांव में पता लगाया गया तो जानकारी मिली की जय कुमार सिदार तथा उसका जीजा रवि कुमार सिदार दोनों ही अपने-अपने गांव से गायब है।
अलग-अलग टीमों ने जांच के लिए टीम-01 को किलकिला, फरसाबहार, बागबाहर एवं तपकरा तथा टीम-02 को पत्थलगांव, घरघोड़ा, लारीपानी, चिमटीपानी एवं टीम-03 को बागबाहर, कांसाबेल, कापू, दरिमा, अंबिकापुर की ओर पतासाजी के लिए लगाया गया था। तीनों टीमों के अथक प्रयास पर अज्ञात मृतिका के आरोपियों को ग्राम रजौरी, थाना कुनकुरी जिला जशपुर से हिरासत में लेकर थाना लाया गया। दोनों आरोपी पुलिस से छुप कर ग्राम रजौरी के जंगल में लकड़ी काटने का काम कर रहे थे। दोनों दोनों ने सरस्वती मराण्डी की हत्या करना स्वीकार किया है। आरोपी जय कुमार सिदार बताया कि चार-पांच साल पहले कमाने खाने बोकारो, झारखंड गया था, वहां राजू टिंबर ट्यूनिंग प्लांट में और क्लीनर मशीन चलाता था और किराए मकान में रहते आ रहा था। मोबाइल के जरिए सरस्वती मरांडी से जान परिचय हुआ। दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और जयकुमार सिदार सरस्वती को पत्नी बनाकर रख लिया था। सरस्वती 2017 में प्रौढ़ शिक्षा मिशन के तहत पढ़ाने का काम कर रही थी। दोनों बोकारो में किराए मकान में एक साथ रहते थे। वर्ष 2020 में लॉकडाउन में दोनों बोकारो से गांव कमरगा आकर रह रहे थे। कमरगा में जयकुमार सिदार, तेजराम सिदार की ट्रैक्टर चलाता था। एक दिन ट्रैक्टर को एक्सीडेंट कर देने पर तेजराम सिदार, जय को डांट फटकार किया। तब से जयकुमार सिदार, अपनी पत्नी सरस्वती के साथ अपने जीजा रवि सिदार के घर ग्राम सरडेगा में रहने लगा। इसके बाद इस हत्या की घटना को अपने जीजा के साथ अंजाम दिया गया था।

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