रायगढ़। प्रस्तावित विधानसभा के मद्देनजर आज रायगढ़ रेंज बनाये जाने के बाद अब इंटर बार्डर में सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त करने के साथ-साथ चुनाव के दौरान उपद्रवी तत्वों पर निगरानी रखने के लिये पुलिस की एक बार्डर मीटिंग संपन्न हुई। इस मीटिंग में रायगढ़ रेंज के नवपदस्थ डीआईजी रामगोपाल गर्ग के साथ-साथ जिला बरगढ़ (ओड़िसा) में रायपुर रेंज, संबलपुर (ओड़िसा) रेंज के अधिकारियों के बीच अंतरराज्यीय बॉर्डर मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें पुलिस महानिरीक्षक संबलपुर नॉर्दन रेंज डॉ दीपक कुमार, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज आरिफ एच शेख, डीआईजी रायगढ़ राम गोपाल गर्ग समेत छत्तीसगढ-उड़ीसा के सीमावर्ती जिले के सभी पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे। विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले इस महत्वपूर्ण बैठक का यह उद्देश्य था कि आने वाले विधानसभा चुनाव में फरार वारंटी तथा चुनाव के दौरान एक राज्स से दूसरे राज्य की सीमा में छुपकर अपराधिक घटनाओं में लिप्त बड़े अपराधियों की जानकारी आपस मंे तालमेल के जरिये दे कर उन पर निगरानी रखकर प्रभावी कार्रवाई पर भी चर्चा की गई। चूंकि रायगढ़ जिले की सीमा से ओडिसा सीमा लगी हुई है और चुनाव के दौरान उपद्रवी तत्व इस दौरान अपने अपराध को करने में कामयाब हो जाते हैं। जिसको लेकर चुनाव की घोषणा से पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मामले में गंभीरता से ठोस कदम उठाने के लिये आवश्यक चर्चा भी की गई।
बार्डर पर निगरानी के अलावा सीमाएं सील करने पर हुई चर्चा
रायगढ़ जिले की सीमा से लगे ओडिसा राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में दोनों राज्यों की पुलिस में बेहतर समन्वय एवं सहयोग पर चर्चा की गई। इस बैठक में दोनों राज्यों की सीमाओं पर बैरियर लगाकर 24 घंटे नाकेबंदी, मादक पदार्थों एवं अवैध संपत्ति की तस्करी रोकने सूचनाएं आदान-प्रदान के साथ कार्यवाही में सहयोग तथा दोनों राज्यों के फरार आरोपी एवं वारंटियों की सूची सौंपकर बदमाशों की धरपकड़ के लिये हर संभव मदद पर सहमति बनी। अंतरराज्यीय बॉर्डर मीटिंग में ओड़िसा के सीमावर्ती जिलों के सभी पुलिस अधीक्षक तथा छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायगढ़, पुलिस अधीक्षक गरियाबंद, महासमुंद, धमतरी, सक्ति एवं सारंगढ़ बिलाईगढ़ भी शामिल थे।
