आत्मा को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां झूंसी में महिला की मौत के बाद पिता और पति उसके शव को बांस में लटकाकर अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे। वह जहां से भी गुजर रहे थे उधर लोग उन्हें आश्चर्य भरी नजरों से देख रहे थे। रास्ते से गुजर रहे कुछ राहगीरों का दिल पसीज गया। उन्होंने रोककर उनसे जानकारी ली और कुछ पैसों की मदद कर ई-रिक्शा से पार्थिव शरीर को गंगा घाट तक भेजने की व्यवस्था की। मौके पर झूंसी पुलिस भी पहुंच गई। इस बीच किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। जो तेजी से वायरल हो गया।
करीब 30 सेकेंड के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो लोग एक डंडे पर कपड़ा बांधकर उसमें शव रखकर ले जा रहे हैं। इसी बीच उन पर कुछ लोगों की नजर पड़ती है। पूछने पर वो अपना दर्द बयां करते हैं। इस पर कुछ लोग उनकी मदद को आगे भी आते हैं।
यह था मामला
वाराणसी के रहने वाले वनवासी समाज के दो लोग बांस में महिला के शव को लटकाकर दारागंज गंगा घाट ले जा रहे थे। यह दोनों महिला के पति और पिता हैं। पत्तल बेचकर जीवन यापन करते हैं। महिला की मौत के बाद इनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वाहन से शव को ले जा सकें। झूंसी में नीबी गांव में रहकर पत्तल बेचकर जीवन यापन करते हैं।
महिला के पति नखड़ू ने बताया कि पत्नी कई दिनों से बीमार थी, जिसकी मृत्यु शुक्रवार को हो गई। पैसा की व्यवस्था नहीं होने मजबूरी में बांस में बांध कर दारागंज पुल के नीचे बसे रिश्तेदारों के पास ले जाकर अंतिम संस्कार करना चाहते थे। मृतका अनीता (26) के पिता मैनेजर ने बताया कि पैसा नहीं होने के कारण मजबूरी में पैदल बांस में बांधकर ले जाना पड़ रहा था।
मुंशी का पूरा निवासी सुभाष यादव और ओम प्रकाश ने तत्काल 500-500 रुपये की मदद की। इस दौरान भीड़ जुट गई। सभी ने कुछ न कुछ मदद किया। सूचना पाकर पहुंची झूंसी पुलिस ने जानकारी हासिल की। झूंसी थाने के इंस्पेक्टर नवीन सिंह ने ई रिक्शा से पार्थिव शरीर को दारागंज घाट भेजवाने की व्यवस्था की।