जशपुर। एक माह पुराने अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस अधीक्षक जशपुर शशिमोहन की स्पेशल टीम ने सुलझा ली है। नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म , गर्भपात कराने व हत्या करने के गम्भीर अपराध के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जशपुर जिले के कोतबा चैकी प्रभारी समरेंद्र सिंह ने बताया कि मृतिका के पिता ने 27 मार्च को सूचना दी कि उसकी 17 वर्षीया नाबालिग पुत्री 20 मार्च को अपने घर से कहीं चली गई थी, काफी पता-तलाश करने पर उसका शव घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर जंगल के किनारे स्थित रहड़ बाड़ी में मिला। सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर जाकर मर्ग जाॅंच-कार्यवाही कर शव का पी.एम. कराया गया। जिसकी रिपोर्ट में अपराध घटित होना पाये जाने से अज्ञात अभियुक्त के विरूद्ध धारा 302 भा.द.सं. का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।
पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा एसडीओपी पत्थलगांव धु्रवेश जायसवाल एवं चैकी प्रभारी उप निरीक्षक समरेन्द्र सिंह को प्रकरण से संबंधित समस्त पहलुओं की बारीकी से जाॅंच कर आरोपी की गिरफ्तारी के संबंध में निर्देश दिये गये थे। उक्त निर्देशों के परिपालन में मर्ग जाॅंच में लिये कथनों, ग्रामीणों से पूछताछ कर व सायबर सेल से प्राप्त डाटा के विश्लेषण करने के बाद प्रकरण के संदेही अभियुक्त दीपक गुप्ता की पतासाजी कर हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई।
पुलिस की विवेचना में यह तथ्य सामने आया कि 20 मार्च को अभियुक्त दीपक गुप्ता, मृतिका से उसके घर से कुछ दूर एक रहड़ बाड़ी में मिलने गया। इससे पहले अभियुक्त द्वारा दुष्कर्म करने से किशोरी गर्भवती हो गई थी और अभियुक्त के कहने पर वह देशी जड़ी-बूटी खाकर गर्भ को खराब कर दी थी।उस दिन मृतका शादी करने का दबाव बनाने लगी जिससे इंकार करने पर विवाद हुआ और दीपक गुप्ता ने उसे एक थप्पड़ मारा जिससे वह जमीन में गिर गई। उसके बाद दीपक ने अपने पास रखे गमछे से किशोरी के नाक, मुंह को दबाकर उसकी जान ले ली।
आरोपी के बयान के अनुसार अभियुक्त दीपक गुप्ता के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कपड़ा जप्त किया गया है। प्रकरण में धारा 376(2)(ढ) भा.द.सं. एवं 6 पाॅक्सो एक्ट जोड़ी गई है। आरोपी दीपक गुप्ता उम्र 19 साल निवासी कोकियाखार के विरूद्ध सबूत पाये जाने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में चैकी प्रभारी कोतबा उप निरीक्षक समरेन्द्र सिंह, प्र.आर. 475 फ्रांसिस बेक, आर. 453 दीपक टोप्पो एवं सायबर सेल के स.उ.नि. हरिशंकर राम, आर. अनिल सिंह, आर. सोनसाय भगत की भूमिका रही है।
