पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही। पेट्रोल और डीजल के दाम बुधवार को फिर बढ़ गए हैं। ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल का दाम 61 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचने के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम में प्रति लीटर क्रमशः 30 पैसे और 25 पैसे की बढ़ोतरी की है। अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 87.60 रुपये प्रति लीटर और डीजल के प्राइस 77.73 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम और भी बढ़ सकते हैं। ऑयल कंपनियों के एग्जिक्यूटिव्स का कहना है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें और बढ़ सकती है, क्योंकि ग्लोबल डिवेलपमेंट के हिसाब से फ्यूल के रिटेल प्राइसेज को बैलेंस करना होगा। अगर ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) ऐसा नहीं करती हैं तो पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।
पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने का कोई प्रपोजल नहीं
इस बीच, पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा को बताया है कि पेट्रोल और डीजल पर फिलहाल टैक्स घटाने का सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की जरूरतों और मार्केट की स्थिति जैसे कई कारकों के आधार पर टैक्स बढ़ाने या घटाने का फैसला लिया जाता है। सरकार ने पिछले साल मार्च में उस समय एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की थी, जब क्रूड (कच्चा तेल) के प्राइसेज डाउन थे। अप्रैल में क्रूड के प्राइस 19 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गए थे। वहीं, अब क्रूड के प्राइस 61 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गए हैं। एक्साइज ड्यूटी में 1 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी से सरकार के खजाने में करीब 14,500 करोड़ रुपये जुड़ते हैं।
मुंबई में 100 रुपये की तरफ बढ़ रहीं पेट्रोल की कीमतें
पेट्रोल और डीजल के प्राइस में की गई इस बढ़ोतरी से कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। मुंबई में पेट्रोल के दाम 100 रुपये की तरफ बढ़ रहे हैं। पेट्रोल की रिटेल वहां कीमतें 94.12 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई हैं। वहीं, मुंबई डीजल भी सबसे महंगा है। मुंबई में डीजल के प्राइसेज 84.63 रुपये प्रति लीटर के लेवल पर हैं। साल 2021 में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 14 बार बढ़ी हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 3.89 रुपये और 3.86 रुपये का इजाफा हुआ है। पेट्रोल और डीजल के पंप प्राइसेज में हुईं हालिया कुछ बढ़ोतरी से देश भर में कीमतें रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं। पिछली बार 4 अक्टूबर 2018 को फ्यूल की रिटेल कीमतें मौजूदा लेवल्स के करीब थीं।