इंदौर । ई-कामर्स वेबसाइट में निवेश का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। खंड़वा रोड निवासी आशीष रंजन सहित करीब 35 युवाओं ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज करवाई है। आरोप है कि ठगी में चीनी ठगोरों का हाथ जिन्होंने देशभर में करीब 20 हजार निवेशकों से 50 करोड़ रुपये ठगे हैं।
शिकायतकर्ता रजत सेठी के मुताबिक, वे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ‘द शापर्स’ एप से जुड़े थे। आरोपितों ने बताया कि कंपनी के माध्यम से स्नैपडील, मंत्रा, फ्लिपकार्ट, पेटीएम, वालमार्ट जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश करने पर चार से पांच प्रतिशत का मुनाफा होगा। आरोपितों ने राहुल नागर, सुमित प्रजापति, दीपक कुमार सिंह, राहुल जाट, दीपक परिहार सहित करीब 35 लोगों से निवेश करवा लिया। कुछ दिनों तक तो उन्हें मुनाफा मिला और अचानक ई-वालेट खाली हो गए। आशीष के मुताबिक, दो दिन पूर्व ही हैदराबाद की साइराबाद पुलिस ने इस तरह के रैकेट को पकड़ा है। जांच में गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि रैकेट चीनी नागरिकों द्वारा चलाया जा रहा है। आरोपित निवेशकों के रुपयों का फर्जी खातों में इस्तेमाल करते हैं।
धोखाधड़ी : कार शोरूम से खरीदता था ग्राहकों का डाटा
कार वाशिंग-डेंटिंग फ्रेंचाइजी का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले आरोपित विवेक कुमार, शिवम जायसवाल और राहुल कुमार से विजय नगर थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक, विवेक भागलपुर (बिहार) से भी धोखाधड़ी के आरोप में फरार है। आरोपितों ने बताया कि वह कार शोरूम से ग्राहकों का डाटा खरीद लेते थे। काल सेंटर के माध्यम से शोरूम से आधी कीमत में सर्विसिंग की स्कीम बताते थे। आरोपित ग्राहकों को फ्रेंचाइजी लेने वाले युवकों के पास भेज देते थे और रुपये खुद के खातों में जमा करवा लेते थे। इस तरह उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक सहित कई राज्यों के युवाओं से करीब तीन करोड़ रुपये ठग लिए हैं। पुलिस आरोपितों के बैंक खातों और मोबाइल की जांच कर रही है।
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