बलरामपुर रामानुजगंज जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित दर्शनीय स्थल पवई फाल प्रमुख पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है। वर्ष की विदाई और नए साल के स्वागत के लिए पवई फाल में सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। यहां छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड से भी बड़ी संख्या में सैलानी पिकनिक मनाने पहुंच रहे है।
जनपद पंचायत बलरामपुर के ग्राम खड़ियाडामर से घने जंगल और पहाड़ के बीच पवई फाल स्थित है। यहां की नैसर्गिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है चारों तरफ पहाड़ों से घिरे पवई फ़ाल में बलरामपुर रामानुजगंज जिले से बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आते हैं। वहीं दूसरे राज्य से भी पिकनिक मनाने पहुंच रहे है।पुराने साल की विदाई एवं नए साल के आगाज के पूर्व ही बड़ी संख्या में यहां सैलानियों का पहुंचना शुरू हो गया है। पवई फ़ाल तक जाने के लिए रास्ता काफी दुर्गम है। भीड़ अधिक होने पर वहां काफी दूरी पर खड़ा करना पड़ता है ऐसे में पवई फाल तक पैदल जाना पड़ता है। पवई फल में यदि बच्चों को ले जाते हैं तो विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता रहती है।सेमरसोत अभ्यारण के रेंजर बनारसी सिंह ने बताया कि सैलानियों का पहुंचना प्रारंभ हो गया है जिसे देखते हुए रास्ते को दुरुस्त कराया जा रहा है।
पवई फाल चारों ओर पहाड़ियों से घिरा रहने के कारण यहां शाम जल्दी हो जाता है। वही कड़ाके की ठंड भी रहती है ऐसे में यदि कोई भी सैलानी यहां जाते हैं तो उन्हें शाम ढलने से पहले यहां से जाने की आवश्यकता पड़ती है।
पवई फल में 100 फीट ऊंचाई से झरना गिरता है झरना को गिरते देखना अद्भुत आनंद प्रदान करती है। यहां सैलानियों के लिए झरना का गिरते देखना सबसे आकर्षक का केंद्र होता है।
पवई फाल जाने के लिए तीन नाला पड़ता है जिसमें एक नाला से आसानी से चार चक्का वाहन पार हो जाता है। वहीं दो नाला से पार करना मुश्किल होता है।तीनों नाले में पानी बहता रहता है। पवई फाल जाने के लिए पतला पगडंडी वाला रास्ता रहता है जिसमें एक ओर खाई है दूसरी ओर पहाड़ है बहुत ही सावधानी रखनी पड़ेगी जाने के लिए।
पवई फाल में 100 फीट ऊंचाई से गिरता झरना लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। वही यहां पर पहुंचने वाले लोग चट्टान पर खड़े होकर सेल्फी लेते हैं यहां पर सेल्फी लेते समय काफी सावधानी बरतनी की आवश्यकता पड़ती है थोड़ी सी भी असावधानी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने कहा कि पवई फाल जाने में जो नाला पड़ता है उस पर पुलिया बनाने के लिए प्रस्ताव गया है कि नहीं यह देखते हैं। यदि नहीं गया होगा तो प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।