कोरबा के एनटीपीसी प्लांट के पास एक नहर साइफन से शव बरामद हुआ है, जिसकी पहचान शिवकुमार भार्या के रूप में हुई है। वह एनटीपीसी कोरबा प्लांट में मजदूर के रूप में काम करता था। शव एनटीपीसी कैनाल की जाली में फंसा मिला था।
बताया जा रहा है कि मृतक शिवकुमार भार्या दर्री थाना अंतर्गत केंदाईखार गांव का रहने वाला था जो बुधवार की सुबह घर से रोज की तरह एनटीपीसी पावर प्लांट काम करने निकला हुआ था लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी जब वह घर नहीं पहुंचा तब पर जब उसकी खोज भी शुरू की देर शाम उसकी लाश से एनटीपीसी नहर से निकली हुई साइफन पर देखा गया जहां इसकी सूचना तत्काल प्रबंधन और दर्री थाना पुलिस को दी गई। जहां मौके पर पहुंचे क्योंकि साइफन में पानी का भाव बहुत ज्यादा तेज था उसे उतार कर नीचे निकल पाना मुश्किल था जहां प्रबंधन ने काफी मशक्कत कर उसे रस्सी से बंद कर गैर क्रेन की सहायता से ऊपर ला गया।
बताया जा रहा है कि मृतक पिछले कुछ दिनों से परेशान था और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। एनटीपीसी पावर प्लांट में ठेका कर्मी के रूप में काम करता था और उसकी उम्र लगभग 40 साल है और उसकी शादी भी नहीं हुई थी।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी मृतक सुसाइड करने की कोशिश कर चुका है कई बार घर से सुसाइड करने के नाम से भाग भी चुका है संभावना जताया जा रहा है कि उसने इस बार भी नहर में खुद कर अपनी जान दी होगी।
वही।दर्री थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जिसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मौत हादसा थी या कुछ और पुलिस जांच कर रही है कि शिवकुमार की मौत कैसे हुई। एनटीपीसी प्लांट में हादसे आम बात नहीं है, लेकिन हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां मजदूरों की मौत हुई है।- कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, एनटीपीसी प्लांट में मजदूरों की मौत के मामले में ऊंचाई से गिरना एक आम कारण हो सकता है।
एनटीपीसी प्लांट में सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन कभी-कभी हादसे हो जाते हैं।- प्लांट में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए नियम और प्रोटोकॉल होते हैं। पुलिस जांच के बाद ही पता चलेगा कि शिवकुमार की मौत कैसे हुई।
