गाजीपुर में सिपाही अजय यादव की गोली मारकर हत्या के 24 घंटे बाद ही मंगलवार की सुबह उसकी प्रेमिका का भी शव मिलने से हड़कंप मच गया। युवती का शव उसी के घर के पीछे गेहूं के खेत में मिला। माना जा रहा है कि युवती की भी गोली मारकर हत्या की गई है। उसका चेहरा भी बुरी तरह से कुचला गया था। पहले सिपाही फिर उसकी प्रेमिका का शव मिलने से हॉरर किलिंग की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने युवती के परिवार के सभी आठ लोगों को हिरासत में ले लिया है।
खेत में मिला था सिपाही की शव
गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में सोमवार की सुबह अमेठी के गौरीगंज में तैनात सिपाही का शव मिला था। बहन की रिंग सेरेमनी में शामिल होने छुट्टी लेकर अपने गांव पहुंचे सिपाही के शव के पास ही दो पिस्टल भी मिले थे। एक पिस्टल उसके हाथ में और एक उसके बगल में पड़ा था। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए ऐसा किया गया था। पुलिस ने भी पहली नजर में आत्महत्या का ही मामला माना लेकिन परिजन हत्या पर अड़े रहे।
व्हाट्सएप मैसेज ने खोला राज
सिपाही की मौत की जांच शुरू हुई तो मोबाइल पर आए व्हाट्सएप मैसेज ने राज खोल दिया। सोमवार की भोर में करीब तीन बजे खानपुर थाना क्षेत्र के इचावल गांव निवासी एक युवती ने सिपाही को मैसेज किया था। मैसेज में लिखा था कि तत्काल मिलने आओ नहीं तो हम मर जाएंगे। पुलिस युवती के घर पहुंची तो परिवार वालों ने उसकी गुमशुदगी की बात कही। इससे पुलिस का शक युवती के परिवार को लेकर गहरा गया। युवती के घर पर पहरा बैठा कर युवती की खोजबीन शुरू कर दी गई।
घर के पीछे ही फेंक दिया युवती का शव
मंगलवार की सुबह युवती का शव उसी के घर के पीछे गेहूं के खेत में मिलने की सूचना पुलिस को मिली। सिपाही की हत्या के बाद युवती की हत्या की सूचना से खलबली मच गई। अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेने के बाद सबसे पहले युवती के घर की तलाशी शुरू हुई तो सिपाही की चप्पल भी वहीं मिल गई। घर के कई सामान टूटे हुए मिले। ऐसे में यह समझने में देर नहीं लगी की दोनों की घर में ही हत्या की गई। पुलिस ने उसके पूरे परिवार को हिरासत में ले लिया है।
2018 में दोनों ने कर ली थी कोर्ट मैरिज
एसपी सिटी के अनुसार सिपाही के शव के पास मिलीं दोनों पिस्टल से ही हत्या की गई है। सिपाही के परिवार वालों की मानें तो युवती के साथ उसने 2018 में कोर्ट मैरिज कर ली थी लेकिन युवती के परिजनों को शादी मंजूर नहीं थी। इसे लेकर विवाद भी चल रहा था।
2018 बैच का में अजय की हुई थी तैनाती
अजय यादव 2018 बैच का सिपाही था। इन दिनों उसकी तैनाती अमेठी के गौरीगंज थाने में थी। बहन की रिंग सेरेमनी के लिए 15 दिन का अवकाश लेकर वह गांव आया था। रविवार को समारोह में उसने खूब मस्ती की। सोमवार की सुबह उसका शव गांव से कुछ दूर खेतों में लहुलुहान मिला था।
चार बहनों में इकलौता भाई था अजय
मारे गए सिपाही अजय के पिता रामप्रताप यादव सीआरपीएफ में कार्यरत थे। अजय तीन वर्ष पूर्व ही पुलिस में भर्ती हुआ था। दस दिन पहले छुट्टी लेकर घर पर आया था। चार बहनों में वह एकलौता भाई था।