यूपी के हरदोई में शनिवार की सुबह कछौना के ग्राम बालामऊ में महिला का रक्त रंजित शव घर के अंदर चारपाई पर पड़ा मिला और कमरों में रखे बक्से एवं अटैची का सारा सामान बिखरा पड़ा मिला। महिला के गले एवं एक कान से सोने के आभूषण भी नदारद थे। परिजनों ने रंजिशन में गला दबाकर हत्या और लूटपाट की आशंका जताई। पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने वारदात के खुलासे को पुलिस की तीन टीमें बनाई हैं।
बालामऊ गांव के पश्चिम मोहल्ले में सेवनिवृत्त वयोवृद्घ लेखपाल रामदीन अपनी पत्नी गंगादेयी के साथ रहते हैं। मकान के मुख्य हिस्से में रामदीन की विधवा बहू मिथलेश कुमारी रहती है। रामदीन के अनुसार शुक्रवार को बहू गांव के पड़ोस में स्थित खेत पर सरसों की फसल कटवाकर देर शाम घर वापस आई थी। इसके बाद वह प्रतिदिन की भांति घर के मुख्य हिस्से में सो गई। मकान के दूसरे हिस्से मे रह रहे रामदीन व उसकी पत्नी रामदेयी सुबह भैंस की आवाज सुनकर जगी तो देखा कि भैंस को चारा नहीं डाला गया। रामदेयी अपनी बहू को जगाने पहुंची तो घर मे बिखरे पड़े सामान के साथ ही चारपाई पर मिथिलेश का शव पड़ा था।
रामदीन ने बताया कि उसके बेटे जितेन्द्र बहादुर की मौत लागभग बीस वर्ष पूर्व हो गयी थी। बहू मिथिलेस अपने एक बेटे रीतेश के साथ घर मे रह रही थी। मिथलेश कुमारी अपने सास ससुर के साथ खेती बाड़ी की देखभाल करती थी जबकि रीतेश गांव में ही टेन्ट हाउस का काम करने लगा था। पिछले वर्ष गांव के ही एक व्यक्ति ने रीतेश के विरुद्घ बेट के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए स्थानीय कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। दलित उत्पीड़न एवं दुष्कर्म केस में रीतेश तब से जेल में है।
हत्या की सूचना पर पुलिस और फरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि इस वारदात के खुलासे में तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जल्द ही घटना का अनावरण किया जाएगा। मृतका का किसी ने गला दबाया है। परिजनों ने बेटे के रेप मामले से जुड़े कुछ लोगों पर शक जताया है। सारी बिंदुओं पर जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई होगी।