नन्देली। कोरोना को मात देने आज पूरा हिन्दुस्तान ने कदम बढ़ाया है, और अपने घरों मंे रहने की ठान ली है, सड़के सूनी हैं, लोग घर में बैठ कर बेहद धैर्यता का परिचय देकर कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोक रहेहैं । हॉलाकि कुछ सेवाएं एैसी हैं जो लॉकडाउन के दौरान भी सत्त चल रही है, जिसमें सर्व प्रथम स्वास्थ्य विभाग का अमला, पुलिस एवं मीडियाकर्मी, के साथ हमारे डाक्टर्स हैं जो लोगों की जिन्दगियॉं बचाने में जुटे हैं । इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की एक षाखा जिसे भण्डार गृह के नाम से जाना जाता है जहॉं से अभी वर्तमान में कोरोना की सारी दवाईयॉं, वेक्सिन, कोरोना टेस्टकीट, विभिन्न षाखाओं में वितरित की जाती है, के रायगढ़ जिला के भण्डारगृह के प्रभारी हीरानन्द नायक जो एक बेहद ही सक्रिय, मिलनसार एवं हरफनमौला थे जिन्हे 12 अप्रैल को कोरोना संक्रमण पाए जाने पर रायगढ़ के ही एक निजी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया था जहॉं वे जिन्दगी की जंग हार गए और 19 अप्रैल को उनकी मृत्यू हो गई, श्री नायक जिला जांजगीर चॉंपा के विकास खण्ड डभरा के अंतर्गत ग्राम किरारी के निवासी थे। कोरोनावारिर्यस स्व. नायक के असामयिक निधन पर स्वास्थ्य के साथ-साथ फार्मासिस्ट बिरादरी में षोक की लहर है, इस षोक की घड़ी में फार्मासिस्ट गब्बर जोषी, बेदप्रकाष पटेल, दिलीप पाढ़ी, महंत जी, मैत्री जी, सुनिल प्रधान, कीर्तिपटेल, हीराषंकर सिदार, टिकेन्द्र कुमार, मुकेष पोर्ते, बृजकिषोर सिदार, त्रिदेवराज के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अन्य स्टाफगण उपस्थित हो अपने चहेते साथी का पुश्पांजलि अर्पित कर अंतिम दर्षन किये ।