रायगढ़-आज हमारे शहर मे कोरोना का जो कहर आम लोगो पर जो टूट रहा है,कही न कही इसके जिम्मेदार हम सभी है। हमने कोरोना महामारी को इतने हल्के मे लिया और आज इसका खामियाजा पूरा शहर देख रहा है।जिला प्रशासन के इतने कड़े रुख के बाद भी सभी लोगो मे जागरूकता अभी तक नही आ पाई है।जरा उनसे पूछिये जिन्होंने इस बीमारी के कारण अपनो को खो दिया है।
राजनीतिक पार्टियों से ये अनुरोध है अभी ये समय राजनीति करने का नही है, महामारी के इस दौर में जिला प्रशासन का खुलकर साथ देने की जरूरत है,सभी दल के लोगो को आपसी लड़ाई भूलकर खुले हाथो से प्रशासन का सहयोग करना चाहिए
प्रशासन में भी हमारे ही भाई बंधु शामिल है,जो अपनी जान हथेली में डालकर कोई प्रशासन में,कोई डॉक्टर, कोई पुलिस बनकर हमारे लिए देवदूत बनकर काम कर रहा।आज हम कोरोना से डर कर अपने घरों मे बैठे है,आज उनके बारे मे तो सोचिये तो हमारे लिए अपने घरों से बाहर है।चौक चौराहों मे खड़े पुलिस के जवान से पूछिए,कोरोना मरीजो का इलाज कर रहे उस डॉक्टर,नर्स से पूछिए,कोरोना हॉस्पिटल मे साफ सफाई करने वाले उस कर्मचारी से पूछिए,जिला प्रशासन मे कार्य कर रहे उस हर सरकारी कर्मचारी से पूछिए क्या उसे इस बीमारी से डर नही,क्या उसके परिवार को इस बीमारी से डर नही।लेकिन उसके बाद भी हमारे सभी कोरोना वारियर्स हमारे लिए दिन रात मेहनत कर रहे है,ताकि हम सुरक्षित रह सके।
हमे अभी सहयोगात्मक रवैया अपनाने चाहिए
जीवन रहेगा तो राजनीति हमेशा ही कर लेंगे,लेकिन ये समय राजनीति का या किसी की गलतियां निकालने का नही है।कुछ दिन राजनीति से अलग हटकर भी मानव सेवा किया जा सकता है और बोला भी गया है नर सेवा ही नारायण सेवा है
अतः सभी दल के लोग आपसी रंजिश छोड़ लोगो की मदद करे। वैसे भी दानवीरों की नगरी ने हमेशा यहां के लोगो की बढ़चढ़कर सेवा की है,हम इस बार फिर जनता के दिलो में एक नया मुकाम बनाये ऐसा नया रायगढ़ होना चाहिए। इस लड़ाई में प्रशासन का साथ देकर जीतना जरूरी है।क्योकि ये लड़ाई जिंदगी और मौत की है।