बिना बैंड बाजा के अंतरजातीय प्रेमी जोड़े ने मां काली मंदिर में की शादी, सैकड़ों लोग बने गवाह

by Kakajee News

भभुआ कैमूर बंटी जायसवाल। प्रेम जाति बंधन,उच नीच, धर्म मजहब,छोटा बड़ा नहीं दिखता है। वह तो बस प्यार ही देखता है और कुछ नहीं दिखता है। चाहे उसे कुछ भी हो जाये। ऐसा ही मामला सामने आया है जो अंतरजातीय होने के बावजूद भी प्रेमी जोड़े एक-दूसरे को वरमाला डाल कर शादी के बंधन में बंध गए। मामला कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के मोहनपुर गांव का है। जहां एक ही गांव के दो युवक-युवती का प्रेम प्रसंग 2 सालों से चल रहा था।

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जिसके बाद एक ही गांव के दोनों प्रेमी जोड़े अंतरजातीय होने के बाद तोड़ी गांव के मां काली मंदिर के प्रांगण में पहुंचकर बुधवार की सुबह में सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में शादी कर ली है। जिसका गवाह सैकड़ों ग्रामीण एवं मुखिया सरपंच बने। मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव के रामावतार पाल का 21 वर्षीय पुत्र श्रीकांत पाल एवं मुन्ना राम की पुत्री 19 वर्षीय रिंकी कुमारी बताई जाती है।

जिनका दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 6 माह पहले प्रेमी जोड़े गांव से फरार हो गए थे। जिसके बाद जब वह लौटे तो बुधवार की सुबह के तोड़ी गांव के मां काली मंदिर के प्रांगण में पहुंचे। जिसके बाद प्रेमी जोड़े ने सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में एक दूसरे को माला डालकर सिंदूरदान करके फेरे लेते हुए शादी के बंधन में बंध गए। वह भी बिना बैंड बाजा बारात के।

इस दौरान पंचायत के मुखिया, सरपंच भी उपस्थित रहे। जिसके बाद प्रेमी जोड़े एवं ग्रामीणों का एक दूसरे के पसंद को लेकर शादी करने के बाद उनका हस्ताक्षर कराते हुए एक कागजात तैयार किया गया। वही बताया जाता है कि युवक के माता पिता इस अंतरजातीय विवाह से नाखुश हैं।लेकिन युवती के माता-पिता इस शादी से खुश हैं। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा दोनों प्रेमी जोड़े का अंतरजातीय विवाह होने के बाद उन्हें आशीर्वाद भी दिया गया।

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