तीन बेटियों के पैदा होने से नाराज एक शख्स ने पत्नी के साथ डेढ़ साल तक बर्बरता की। बेटियों के साथ ना सिर्फ पत्नी को डेढ़ साल तक घर में कैद रखा, बल्कि यौन उत्पीड़न भी किया। महिला ने एक कागज पर अपनी आपबीती लिखकर खिड़की से नीचे फेंका, जिसके पुलिस तक पहुंचने के बाद वह कैद से मुक्त हुई और पति जेल पहुंचा। मामला महाराष्ट्र के सोलापुर जिले का है।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सोमवार को पंढरपुर शहर के झेंडे गली इलाके में पुलिस ने एक घर पर छापा मारा और वहां से एक महिला (41) और उसकी तीन बेटियों को निकाला। महिला के पति को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब एक महिला को उस घर के बाहर कागज का एक टुकड़ा पड़ा मिला जिस पर मदद मांगी गई थी। महिला ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पंढरपुर पुलिस के निर्भया दस्ते ने घर पर नजर रखना शुरू किया और पीड़ितों को वहां से निकाला। महिला की बेटियों की आयु 8 वर्ष से 14 वर्ष के बीच है।
मामले की जांच के दौरान पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि लड़के को जन्म नहीं देने से नाराज पति ने उसे घर के भीतर एक कमरे में डेढ़ साल से कैद कर रखा था। महिला ने शिकायत में बताया कि पति उसका यौन उत्पीड़न करता था। उसने बताया कि पति ने उसे कई बार गर्भपात करवाने के लिए मजबूर किया।