भोपाल । राजधानी भोपाल में एक ऑटो चालक ने रियल हीरो की मिसाल पेश की है। ऑटो चालक की सूझबूझ से दो बहनों किसी बड़े संकट में फंसने से बच गईं। दरअसल, जबलपुर जिले के ग्वारीघाट निवासी एनआरआई दंपत्ति की दो बेटियां घर से मॉडल बनने की लिए रु और गहने चोरी भाग गई थी, दोनों बहनें बस में सवार होकर भोपाल पहुंची, दोनों भोपाल से मुंबई जाना चाहती थी। इनमें एक लड़की नाबालिग तो दूसरी 19 साल की है।
भोपाल पहुंचने पर दोनों बहनों ने ऑटो किया और होटल ले जाने के लिए बोला, ऑटो चालक दोनों बहनों को लेकर होटल पहुंच गया, जहां एक लड़की की आईडी होने पर दूसरे को एंट्री नहीं मिली। लिहाजा, ऑटो चालक किशोर चौहान को संदेह हुआ। उसने उसे दूसरे होटल ले जाने की बात कहकर दोनों बहनों को बातों में उलझाया और दोनों को लेकर गोविंदपुरा थाना स्थित उर्जा डेस्क पर पहुंच गया। यहां उर्जा डेस्क पर हवलदार सोनिया पटेल ने जब दोनों बहनों की काउंसलिंग की तो रहस्य से पर्दा उठा, रहस्य चौंकाने वाला था।
दोनों बहनों को ग्वारीघाट जबलपुर निवासी समीक्षा और अनूप अग्रवाल ने संतान नहीं होने पर मातृ-छाया से गोद लिया था। तब दोनों उम्र महज तीन-चार साल थी, उनमें एक आज एक 19 साल और दूसरी 14 साल की है। अग्रवाल दंपत्ति एनआरआई हैं। घर में कुछ नोंक-झोंक होने पर दोनों बहनें बुधवार को 20 हजार रु कुछ सोने के गहने और एटीएम लेकर घर से भाग गई। दोनों ने प्लान बनाया था कि वह मुंबई जाकर मॉडल बनेंगी, घर से चोरी कर भागने पर पुलिस ने गौरवी के साथ बैठकर दोनों की काउंसलिंग परिजनों को सूचित किया। गुरुवार दोपहर अनूप अग्रवाल भोपाल पहुंचे और दोनों बेटियों के उनके सुपुर्द किया गया। बच्चियों के मिलने पर पिता अनूप अग्रवाल ने कहा कि मेरे पास पुलिस और ऑटो चालक की तारीफ में कहने के लिए शब्द नहीं हैं। मां समीक्षा ने पुलिस और ऑटो चालक के लिए एक चिट्ठी लिखकर धन्यवाद दिया है।
