हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में निगुलसरी के पास पहाड़ टूटने से हुए भूस्खलन के तीसरे दिन शुक्रवार को मलबे से दो ओर शव निकाले गए हैं। अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है। मृतकों की संख्या 16 पहुंच गई है। अभी भी 14 लोग लापता हैं।
गौरतलब है कि नेशनल हाईवे-5 पर निगुलसरी के पास हुए भयावह भूस्खलन के दूसरे दिन गुरुवार को रेस्क्यू टीमों ने मलबे से चार शव निकाले थे। हादसे के करीब 20 घंटों बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) बस के कुछ टुकड़े और टायरों को भी खोज निकाला गया था। हालांकि, बस में सवार यात्रियों में से 14 अब भी लापता हैं।
बताया जा रहा है कि भूस्खलन की चपेट में आए टिपर, कारों, सूमो और अन्य वाहनों में सवार घायलों और मृतकों को निकाल लिया गया है। अब बस यात्री ही लापता हैं। वहीं, समय बीतने के साथ-साथ लापता लोगों के परिजनों की उम्मीदें कम होती जा रही हैं। घटनास्थल पर परिजनों की चीख-पुकार है। शवों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि पहचान कर पाना मुश्किल साबित हो रहा है।
मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख, घायलों को 50-50 हजार रुपये देगी सरकार
किन्नौर के निगुलसरी हादसे के मृतकों के आश्रितों को प्रदेश सरकार पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देगी। घायलों का उपचार निशुल्क किया जाएगा। वीरवार शाम को निगुलसरी से लौटकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा सदन में यह जानकारी दी।