दो सगी बहनों ने एक ही दूल्हे से शादी कर ली। इस शादी की हर ओर चर्चा है। दोनों परिवारों की रजामंदी भी रही। यह शादी कोई छिपे तरीके से नहीं बल्कि भव्य इंतजामात के साथ की गई।
मामला टोंक जिले के उनियारा के मोरझाला की झोपड़ियां गांव का है। दूल्हा हरिओम मीणा स्नातक तक पढ़ा है। वहीं निवाई तहसील के सौंदड़ा खादया की ढाणी की रहने वाली दोनों सगी बहनों में से बड़ी बहन ने उर्दू में एमए किया हैं। छोटी बहन आठवीं तक पढ़ी है। रामप्रसाद मीणा ने अपने बेटे का रिश्ता बाबूलाल मीणा की बड़ी बेटी कांता के लिए भेजा था। कांता ने शर्त रखी कि दोनों सगी बहनें साथ में शादी करेंगी। मंजूर हो तो बात आगे बढ़ाई जाए। दूल्हा भी मान गया और फिर कांता और सुमन की शादी पांच मई को हरिओम से हो गई।
कांता ने छोटी बहन सुमन की भी साथ में शादी की शर्त रखी क्योंकि वह मानसिक रूप से थोड़ी कमजोर है। इस वजह से उसकी देखभाल कांता ही करती है। साथ रहेगी तो कांता उसका ख्याल रख सकेगी। कांता की इस शर्त को हरिओम के परिवार ने स्वीकार किया और यह शादी हो गई।
पांच मई को दूल्हे ने मंडप में दोनों बहनों के साथ सात फेरे लिए। हरिओम ने स्नातक किया। कांता ने उर्दू से एमए किया है। दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। छोटी बहन सुमन आठवीं तक पढ़ी है। हरिओम का कहना है कि दोनों सगी बहनों से शादी करके खुश हूं। हमेशा दोनों को खुश रखने की कोशिश करूंगा।