30 साल बाद अचानक फिर बहने लगा यह झरना, देखने के लिए उमड़े लोग

by Kakajee News

भारत देश हमेशा से ही प्राकृतिक उपहारों से समृद्ध रहा है। इन दिनों एक झरना चर्चा का विषय बना हुआ है और चर्चा भी कुछ खास वजहों से है। यह झरना तीस साल बाद अचानक बहने लगा और इस सूखे झरने से पानी निकलने लगा। यह सब तब हुआ जब हाल ही में लोगों ने देखा कि इस झरने से झर-झर पानी निकल रहा है। इस खूबसूरत दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इन दिनों इस झरने के आसपास का इलाका लोगों से गुलजार हो उठा है।


दरअसल, यह झरना हरियाणा जिले के फरीदाबाद में स्थित है जो अरावली पर्वतमाला से जुड़ा हुआ है। टाइम्स ऑफ इंडिया की हिंदी वेबसाइट ने अपनी एक ऑनलाइन रिपोर्ट में बताया है कि इस झरने के बारे में हमेशा से ही ऐसी मान्यता रही है कि यह झरना महाभारत कालीन है। ऐसा कहा जाता है कि जब पांडवों ने इंद्रप्रस्थ शहर बसाया था तो जर्जर और वीरान अरावली पर्वत पर अनेकों झरनों को अपने तप से प्रकट किया। उन्हीं में से फरीदाबाद के मोहबताबाद गांव में स्थित यह झरना भी है।

यह झरना सदियों से बहता रहा है लेकिन ताबड़तोड़ खनन और कम बारिश के होने के चलते यह करीब तीस साल पहले सूख गया था। लोगों को उम्मीद नहीं थी कि इस झरने में कभी दोबारा पानी आ पाएगा, लेकिन इस बार अगस्त व सितंबर माह में अच्छी बारिश होने के कारण यह झरना अपने पुराने स्वरूप में लौट आया और फिर अचानक झर-झर करते हुए इसमें से पानी निकलने लगा।

लोग यह देखकर हैरान रह गए कि पानी कैसे आ गया लेकिन अब यह खूबसूरत दृश्य देखकर लोग खुश भी हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थान उदयालक मुनि की तपोभूमि भी है। जिस गुफा में वे तपस्या करते थे, वह गुफा आज भी है और उनकी मूर्ति भी वहां स्थापित है जिसकी लोग पूजा करते हैं। इसके अलावा आसपास कई ऐसी प्राचीन चीजें मौजूद हैं जो इस जगह को बाकी जगहों से अलग बनाती हैं।

रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अरावली पर्वत पर कई कुंड निर्मित थे, जिनसे पानी लगातार पूरे साल बहता था। नीचे भी एक कुंड बना हुआ है, जिसमें लोग स्नान करते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अत्यधिक खनन और कम बारिश के होने के चलते इसका प्राकृतिक स्रोत सूख गया था। फ़िलहाल यह लोकप्रय झरना फिर अपनी पुरानी स्थिति में नजर आ रहा है और इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।

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