श्रीमद्भागवत के भवसागर में सैकड़ो श्रद्धालुओ ने लगाया गोता,कथा के चौथे दिवस वामन अवतार,श्रीरामजन्म और श्री कृष्ण जन्मोत्सव की मनमोहक प्रस्तुति

by Kakajee News

रायगढ़ । जिले की अग्रणी आवासीय कालोनी पार्क एवेन्यू सोसायटी में आयोजित भागवत महाकथा के चौथे दिवस भक्तों का उत्साह चरम पर रहा।आज भागवत के चतुर्थ दिवस पर वामन अवतार,श्री रामजन्म,और श्री कृष्ण जन्म की मनोरम कथा का वर्णन किया गया।

रामजन्म से कथा की शुरुवात करते हुए आचार्य पुनीत कृष्ण जी महाराज ने बताया कि राम जी हर युग मे अवतार धर्म की स्थापना,पापियों का नाश और भक्तों को आनंद प्रदान करने के लिए लेते है।

मानव मात्र के ह्रदय में भगवान का प्रगट होना अति आवश्यक है।आचार्य ने आगे कहा कि जब भूधरा पर भगवान अवतार लेते है तो सृष्टि सुधरती है,परन्तु जब भगवान मानवमात्र ह्रदय में अवतरित होते है तो जीवन सुधरता है,यदि हमारे ह्रदय में भगवान का वास नही होगा तो मंदिर में भी हमे भगवान नही मिल सकते और यदि हमारे ह्रदय में भगवान का वास होगा तो हमे सृष्टि के कण कण में भगवान के दर्शन होने।अतः हरेक मानव को कभी भी अपने ह्रदय से भगवान को नही निकालना चाहिए।

आचार्य ने अपने मधुरमुख वानी से कहा कि परलोक में सही स्थान प्राप्ति के लिए भगवान का ध्यान अनिवार्य है।जीवन मे जब हमें यह एहसास हो जाये कि हमने जीवन मे सब कुछ पा लिया,जीविका के सम्पूर्ण संसाधनों का संचय कर लिया जब ऐसे विचार मन मे आ जाये तदछड़ हमे पूरी ईमानदारी से भगवान की सेवा में लग जाना चाहिए,जिससे इस विनाशी शरीर से उस अविनाशी की प्राप्ति हो सके।

कथा के मध्य श्री वामन भगवान के अवतार और चरित्र का विस्तार से वर्णन करते हुए सभी श्रोताओ को वामन जी भगवान की महिमा से अवगत कराया गया।वामन प्रसंग में झांकी के माध्यम से वामन बने बालक ने सभी श्रद्धालु भक्तों का मन मोह लिया।आज के कथा में श्रीकृष्ण जन्म उत्सव को दिव्य और भव्य रूप से झांकियों के माध्यम से मनाया गया।इस कथा में कालोनी से ही कई श्रद्धालुओ द्वारा नंदबाबा यसोदा मैय्या का रूप धारण कर अद्भुत प्रस्तुति की गई।संगीत और झांकियों के साथ आतिशबाजी का अद्भुत संगम श्रीकृष्ण जनमोत्स्व में चारचांद शाबित हुए।पूरे कथा के दौरान श्रद्धालु माताएं,बहने और छेत्र निवासी पूरे भक्तिरस में सराबोर झूमते नजर आए।

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