बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में एक लंबे अर्से से जंगली हाथियों का आतंक एक समस्या बनी हुई है जहां हाथी और इंसानों के बीच जारी द्वंद्व में कभी हाथी तो कभी इंसानों की मौत लगातार हो रही है। इसी क्रम में बलरामपुर में जंगली हाथी के हमले से फिर एक ग्रामीण की मौत हो गई है। घटना की सूचना के बाद मौके पर विभागीय अधिकारियों की टीम पहुंच कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के अलग-अलग जिलों में एक लंबे अर्से से जंगली हाथियों का आतंक व्याप्त है। इन जंगली हाथियों के द्वारा आए दिन जंगलों से निकलकर ग्रामीणों की फसलों व घरों को नुकसान पहुंचाया जाता रहा है। कभी कभा ऐसा भी होता है जब इंसान और जंगली हाथियों का आमना सामना होनें पर ये जंगली हाथी अपने भारी भरकम पैरों से कुचलकर इंसानों को मौत के घाट उतार देते है। या कभी अपने फसलों की रक्षा के लिये खेत में लगाए गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आकर जंगली हाथियों की मौत हो जाती है।
इसी क्रम में आज बलरामपुर जिले राजपुर वन परिक्षेत्र के अखलडीहा में जंगली हाथी ने एक ग्रामीण का हाथियों के दल सो सामना सामना हो गया। जिसके बाद जंगली हाथी ने उस पर हमला कर दिया जिससे घटना स्थल पर ही ग्रामीण की दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि खडीहा के जंगलों में 25 जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है और लगातार इस क्षेत्र में आतंक मचा रहा है। जंगली हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीओ और रेंजर मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई।
विदित रहे कि प्रदेश के कई जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली हाथियों का आंतक कुछ इस कदर है कि शाम ढलते गांव में सन्नाटा पसर जाता है और कई गांव ऐसे हैं जहां के ग्रामीण अपने व अपने फसलों की रक्षा के लिये रतजगा करने पर मजबूर हैं। शासन के द्वारा जंगली हाथियों के आंतक से बचने कई योजनाएं बनाई जाती है मगर आज तलक ये सभी योजनाएं विफल ही साबित हुई है।
