शुक्रवार को दो मौतें हुईं। लोगों ने शराब पार्टी की थी। पोस्टमार्टम नहीं हुआ। प्रशासन डायरिया बताता रहा। फिर शनिवार दोपहर तक 16 लोगों की मौतें हो गईं। मरने वालों के परिजन का कहना है कि इन लोगों ने खेत में शराब पार्टी की थी। रात में सोए। सुबह तबीयत बिगड़ी। एक-एक कर 16 ने दम तोड़ दिया।
मोतिहारी के तुरकौलिया, हरसिद्धी और पहाड़पुर थाना शुक्रवार को दो मौतें हुईं। लोगों ने जहरीली शराब कहा। पोस्टमार्टम नहीं हुआ। प्रशासन डायरिया बताता रहा। फिर शनिवार दोपहर तक 16 लोगों की मौतें हो गईं। मरने वालों की उम्र 19 से 48 साल के बीच की है। इनमें सबसे अधिक तुरकौलिया से 11, हरसिद्धी से 3 और पहाड़पुर से 2 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों के परिजनों का कहना है कि गुरुवार शाम गेहूं की फसल काटने के बाद खेत में शराब पार्टी हुई थी।
रात में घर आकर सो गए। सुबह कई लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। अस्पताल में पहले पिता-पुत्र ने दम तोड़ा। इसके बाद प्रशासन ने गांव में मेडिकल टीम भेजी। जहरीली शराब से मौत की बात से इनकार कर दिया। शनिवार सुबह तक प्रशासन डायरिया और फूड प्वाइजनिंग पर डटा रहा। इधर, लोग मर रहे हैं और पोस्टमार्टम बगैर परिवार वालों ने 7 लाशों को जला दिया गया। 12 लोग गंभीर है, उनके बारे में कोई जानकारी खुलकर नहीं आ रही है। इनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इन लोगों द्वारा भी शराब पीने की बात सामने आ रही है। इधर, मामला गंभीर होते देख पुलिस मुख्यालय के मोतिहारी एसपी को जांच का निर्देश दिया है। पटना से मद्य निषेध विभाग की एक स्पेशल टीम मोतीहारी जा रही है।