सरगुजा। एक प्रेमी ने दीवार पर लिखा…जाओ मेरी जान अब लौट कर नहीं आऊंगा, तुम खुश रहना, और फिर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस अब इस मामले में दीवार पर लिखे सुसाईट नोट की जांच में जुट गई है। उक्त मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सरडीह का रहने वाला पंकज टोप्पो 22 साल पांच दिन पहले अपने दूर के मामा जीतन बघेल के साथ मजदूरी की तलाश में अंबिकापुर आया था। जीतन बघेल बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के भागवतपुर का निवासी है। वह पिछले डेढ साल से अंबिकापुर में रहते हुए रोजी मजदूरी का काम करता है। जीतन करीब सप्ताह भर पहले से अपने गांव गया हुआ था। पंकज भी उसके गांव भागतवपुर गया और पंकज ने जीतन से कहा कि वह भी उसके साथ अंबिकापुर में रहते हुए काम करना चाहता है। इसके बाद दोनों अंबिकापुर के गांधीनगर क्षेत्र में किराये के मकान में रहकर काम कर रहे थे।
तीन दिन काम करने के बाद जीतन को 1 मई को ग्राम सरडीह में शादी समारोह में शामिल होनंे चला गया। 3 मई को 3 मई की शाम करीब पांच बजे जब वह अपनी पत्नी बसंती के साथ सुभाष नगर अपने किराये के मकान में पहुंचा तब दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने के बाद और मोबाईल में काॅल करने के बाद भी पंकज के दरवाजा नही खोला। तब उन्होंने इस मामले की जानकारी मकान मालिक दुलाल मंडल को दी। जिसके बाद जब वे मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो देखा कि पंकज साड़ी से फंदा बनाकर फांसी पर लटक चुका था। जिसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस में दी।
घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि मृतक युवक ने मरने से पहले एक दीवार में लिखा था जाओ मेरी जान अब लौट कर नहीं आऊंगा, तुम खुश रहना। जिसके बाद पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतरवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि दीवार पर लिखे सुसाईट नोट के अनुसार यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है। मृतक युवक के परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है। और जीतन के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।
