रायगढ़। छत्तीसगढ़ में कल मतदान के दूसरे चरण की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है और अपनी जीत को लेकर जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक के बाद एक ताबड़तोड रैलियां करके अपने पक्ष में माहौल बना रहे हैं तो वहीं कांगे्रस इस पूरे मामले में पिछड़ गई है। अकेले छत्तीसगढ़ में उनके बड़े नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के बाद कोई बडा नेता चुनावी प्रचार के नही पहुंचा है। इतना ही नही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री राजनांदगांव के चुनावी मैदान में जुटे हुए है जिसके कारण वह भी अन्य संसदीय क्षेत्रों में नही पहुंच पा रहे हैं और अब नरेन्द्र मोदी सीधे भाजपा कार्यकर्ताओं से भी फीड बैक ले रहे हैं जिसको लेकर कांगे्रस इसे हताशा का परिणाम बता रही है। उनका कहना है कि प्रथम चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र को यह आभास हो गया है कि भाजपा की नीव उखड चुकी है और इसी का परिणाम है कि वे अब न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि देश के हर हिस्से में दौरे कर रहे हैं।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार दूसरे दिन चुनावी दौरे पर हैं और कल जहां उन्होंने धमतरी व शक्ति जिले मंे चुनावी सभा लेकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया वहीं आज एक बार फिर से वे रायपुर से सीधे रायगढ़ जिला मु ख्यालय स्थित ओपी जिंदल हवाई पट्टी पर उतरे और भारी सुरक्षा के बीच वे यहां से अंबिकापुर में चुनावी आमसभा के लिये रवाना हो गए। इससे पहले जब वे ओपी जिंदल हवाई पटट्ी पहुंचे तो उन्होंने रायगढ़ जिले के करीब आधा दर्जन उन पदाधिकारियों से चर्चा की। चर्चा के दौरान उन्होंने चुनाव प्रचार के साथ-साथ उनकी तैयारियों को लेकर फीडबैक लिया। इतना ही नही उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बुजुर्गो के अलावा सभी के लिये मतदान करने के लिये प्रेरित करने आव्हान करने कार्यकर्ताओं को कहा।
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक के बाद एक ली जाने वाली चुनावी सभा को लेकर कांगे्रस के जिलाध्यक्ष का अपना तर्क है उनका कहना है कि हार के डर से वे ऐसा कर रहे हैं चूंकि हताशा में वे उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं और कार्यकर्ताओं से मिलकर वे जता रहे हैं कि चुनावी मैदान में वे कितने कमजोर हैं। रायगढ़ जिला कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने यह भी कहा कि कांग्रेस इस बार छत्तीसगढ़ में चार से पांच सीटें जीत रही है और भाजपा 11 सीट जीतने का सपना छोड दें। अनिल शुक्ला ने यहां तक कहा कि देश में बेरोजगारों के साथ धोखा, बढ़ती महंगाई के अलावा इंडी गठबंधन की बढ़ती ताकत से भाजपा डर गई है और इसीलिये अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यकर्ताओं से चर्चा करके जीत के लिये लगे हुए हैं इतना ही नही छत्तीसगढ़ में चार से पांच सीट इस बार कांगे्रस जीत रही है और जनता भी समझ चुकी है उनके सांसद लगातार जीत के बाद भी विकास के लिये कोई प्रयास नही करते।