एसटीएसएफ से तेंदुआ गोलीकांड की छीन सकती है जांच, शिकायत के बाद डिप्टी डायरेक्टर से मांगी रिपोर्ट

by Kakajee News

इंदौर । लेपर्ड का तमगा लगा चुके प्रदेश की स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) नयापुरा रेंज के तेंदुए के शिकारी को अभी तक नहीं खोज पाई है। टीम की जांच पर सवाल खड़े होने लगे है। संदिग्ध को बचाने का टीम पर आरोप लगा है। मामले में वन व पर्यावरण मंत्रालय और वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) से शिकायत हुई है। जहां एसटीएसएफ के अफसरों ने घटनाक्रम को लेकर रिपोर्ट मांगी है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक जांच जल्द ही एसटीएसएफ से छिनी जा सकती है।
10 जुलाई को नयापुरा रेंज में घायल अव्यवस्था में तेंदुआ मिला। पौने दो महीने बाद सिटी स्कैन हुआ, जिसमें तेंदुए के सिरे में 42 छर्रे निकले है। उसके बाद शिकार को लेकर जांच शुरू हुई। मगर सात महीने के भीतर चार बार जांच अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी गई है। न तो शिकारी तक पहुंचा जा सका है और न बंदूक खोजी गई है। यहां तक कुछ संदिग्धों को बचाया जा रहा है। नवंबर 2020 से एसटीएसएफ भी जांच करने में लगी है। मगर एक भी अधिकारी उसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। कारण यह है कि एसएटीएसएफ के दो अधिकारी भी घटनाक्रम में शामिल एक व्यक्ति से लगातार संपर्क साधे हुए है।
जांच पर सवाल खड़े करते हुए अभिवक्ता अभिजीत पांडे ने फरवरी दूसरे सप्ताह में वन व पर्यावरण मंत्रालय और डब्ल्यूसीसीबी को लिखित आवेदन दिया है। डब्ल्यूसीसीबी के वरिष्ठ अधिकारी अभिजीत राय चौधरी ने जबलपुर क्षेत्रीय कार्यालय के डिप्टी डायरेक्टर एस. मंडल को मामले की जानकारी मांगी है। शिकायत के आधार पर अधिकारी ने एसटीएसएफ से रिपोर्ट बुलवाई है।

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