रायगढ़।कोतरा रोड निवासी व सहयोग टीम की अध्यक्ष मंन्जु अग्रवाल ने न्यायालय से नियमित जमानत मिलने के बाद अपने साथ होने वाले अन्याय को लेकर अब सीधे लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है।चार महीने पहले पूनम त्रिपाठी के साथ हुए मामुली विवाद को लेकर उसके पति मुकेश त्रिपाठी ने तत्कालीन सिटी कोतवाली थानाप्रभारी एस एन सिंह के साथ मिलकर झूठी FIR कराने और उसके बाद अपनी पुलिस की पहुँच का फायदा उठाकर लगातार परेसान करने का आरोप लगाया है।उन्होंने कहा है कि उसी दिन उनके द्वारा भी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत मुकेश त्रिपाठी के खिलाफ दी गई थी लेकिन आजतक उस शिकायत पर कोई जांच की पहल नही हुई।इतना ही नहीं मुकेश ने उनके परिवार के साथ साथ उनकी सामाजिक जीवन में भी जमकर बदनामी करते हुए जेल भेजवाने तक की धमकी देकर डराते रहे जिनकी पूरी बातचीत के टेप वो जल्द सार्वजनिक करेगी।
इधर मंन्जु अग्रवाल के अधिवक्ता तथ्यगत श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में एक वाद न्यायालय में दायर किया गया है जिसमे मंन्जु की शिकायत पर कार्यवाही नहीं करने की बात के साथ साथ उनके पारिवारिक जीवन को तहस नहस करने व जबरन झूठे आरोप लगाते हुए बदनाम करने की साजिश रचने पर जोर देते हुए अपनी शिकायत पर मुकेश त्रिपाठी, पूनम त्रिपाठी सहित उनपर FIR करने वाले हवलदार व तत्कालीन थाना प्रभारी एस एन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराए जाने की गुहार लगाई है।
वरिष्ठ अधिवक्ता तथागत श्रीवास्तव का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की एकतरफा कार्यवाही करने की मंशा पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं चूँकि एक महिला को फंसाने के लिए जिस प्रकार गम्भीर धाराएं लगाकर बदनाम किया गया और मोबाइल फोन पर अलग अलग बात के जरिये अपमानित किया गया वह घोर निंदनीय है।इसलिए उन्होंने परिवाद दायर करने के पहले सभी वरिष्ठ अधिकारियों से जांच की भी मांग की है।
बहरहाल देखना ये है कि अपने कुशल नेतृत्व में अपराधियों के साथ साथ महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए कड़ी कार्यवाही करने वाले पुलिस अधीक्षक क्या कदम उठाते हैं।