खबर कुछ हट के
(मुकेश जैन की कलम से )
रायगढ़।आज कोरोना को लेकर अखबार व सोशल मीडिया नकारात्मक व सनसनीखेज समाचारों से अटा पड़ा है। सूचनाएं तो मिल रही हैं और कई सूचनाएं जनहित में सहायक भी हो रही हैं लेकिन एक अनजाने भय और दहशत का माहौल भी निर्मित हो रहा है। वास्तविकता यह है कि कोरोना असह्य पीड़ा के बीच अब बड़ी संख्या में लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। सकारात्मक व उतसाहवर्धक सूचनाएं बड़ी संख्या में हैं। यदि हम उन पर फोकस कर सकें तो कोरोना ग्रस्त परिवारों को हम बड़ा संबल दे सकेंगे। आइये, शहर के सुपरिचित चित्रकार, साहित्यकार व शिक्षाविद प्रताप सिंह खोडियार सर के कोरोना से स्वस्थ होकर घर लौटने के उदाहरण पर गौर करें।
प्रतापसिंह खोडियार की आयु 76 वर्ष है। वे शुगर पेशेंट हैं तथा हार्ट में एक स्टंट भी लगा हुआ है। वे नियमित वॉकिंग करते हैं। विगत दिनों वे कोरोना पॉजिटिव पाये गये। आरम्भ में घर पर ईलाज चलता रहा किंतु बुखार कम नहीं होने के कारण 6 रोज पहले उन्हें मेट्रो हॉस्पिटल में दाखिल किया गया। कल वे अपना ईलाज कराकर सकुशल घर वापस आ गये हैं। ईश्वर उन्हें स्वस्थ व दीर्घायु रखें।
यह उदाहरण बताता है कि कठिन से कठिन स्थिति से लोग उबर रहे हैं। अतः भयभीत होने की जगह धैर्य और विश्वास के साथ उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें।
साथियों, आपके आस-पास भी इस तरह के उदाहरण होंगे, आप उन्हें शेयर करें ताकि भय के वातावरण से उबरने में लोगों को सहायता मिले।